श्रीडूंगरगढ टाइम्स 17 मई 2020। हमारे क्षेत्र में शुक्रवार देर शाम 76 श्रमिक मुंबई की ट्रेन से लौट आए है अपने घरों को और महाराष्ट्र सर्वाधिक कोरोना प्रभावित क्षेत्र होने से यहां भी चिंता की रेखाऐं खींच गयी है। ग्राम पंचायत दुलचासर में सर्वाधिक 23 प्रवासी श्रमिक लौट कर आए है। ग्राम पंचायत जैतासर में 12 श्रमिक, ग्राम पंचायत केऊ में 11 श्रमिक, दुसरणा में 6 जने, श्रीडूंगरगढ़ व सूडसर में 4-4 जने, रीड़ी में 5 श्रमिक, सेरूणा में 3 और बेनीसर, इन्दपालसर राइकान, भोजास, जाखासर, लिखमीसर में 1-1 प्रवासी आए है। इन्हें प्रशासन द्वारा जांच के बाद यहां भेजा गया है और श्रीडूंगरगढ प्रशासन ने इन्हें होम आइसोलेट किया है। कोरोना प्रभावित क्षेत्रों से आने पर प्रशासन इन्हें लेकर सचेत है और इनके लिए गाइडलाइन भी जारी की है। उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार न्यौल ने कहा कि ये प्रवासी श्रमिक अपनी जिम्मेदारी समझे और क्षेत्र को कोरोना से सुरक्षित रखने में समझदारी का परिचय देवें। न्यौल ने कहा कि ये होम आइसोलेशन का पालन सख्ती से करें बिना लापरवाही के और कोई स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर तुरन्त प्रशासन को सूचित भी करें और नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर सम्पर्क करें ताकि उनका शीघ्र उपचार किया जा सकें। न्यौल ने कहा कि परिवार व ग्रामीणों की भी जिम्मेदारी बढ़ गयी है कि वे ध्यान रखें व इन नागरिकों से होम आइसोलेशन का पालन करवाऐं। सीएमएचओ श्रीमोहन जोशी ने भी प्रवासी नागरिकों से अपील की है कि व घरों में परिवार के संपर्क में भी नहीं आए अन्यथा पूरे परिवार को खतरे में डाल सकते है और उनके परिवार ग्रामीणों के संपर्क में आने से पूरे गांव की सुरक्षा पर खतरा खड़ा हो जाएगा। जोशी ने कहा कि अलग कमरे में रहें व खाना पीना अलग ही करें और घर के बुजुर्गों व बच्चों से दूर रहें। ज्ञात रहें कल लौट कर आए इन श्रमिकों में नोखा क्षेत्र में 8 संदिग्धों को बीकानेर भेजा गया था।