श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 जुलाई 2022। क्षेत्र में विद्युत विभाग की ढीली -ढाली कार्यप्रणाली से किसानों में खासा रोष रहता ही है। लेकिन किसानों द्वारा एकजुट होकर अपने काम का पीछा लिया जाए तो निगम को भी हाथोंहाथ किसानों की बिजली समस्याओं का समाधान करना ही पड़ता है। किसानों की ऐसी ही एकता देखने को मिली सोमवार को गांव बाना में। जहां किसानो ने निगम की लापरवाही भरी कार्यप्रणाली को सुधारने के लिए यूथ कांग्रेस के देहात जिलाध्यक्ष हरिराम बाना की अगुवाई में जीएसएस का घेराव कर लिया। गांव बाना क्षेत्र के ऐसे गांवो में शामिल हैं जहां लगभग भूमि पर शत प्रतिशत ट्यूबवेल हो चुके हैं। यहां के सराणा जोहड़ 33 केवीजीएसएस पर लोड अधिक होने के कारण आए दिन बिजली सप्लाई बाधित ही रहती थी। ऐसे में निगम ने ग्रामीणों की मांग पर इस जीएसएस पर एक के बजाय दो पावर ट्रांसफार्मर लगाना पारित किया और करीब एक माह पूर्व इस जीएसएस पर नया पावर ट्रांसफार्मर आ भी गया। लेकिन निगम की उदासीनता के चलते यह जोड़ा नहीं जा रहा था और सिंगल ट्रांसफार्मर पर चलने के कारण जीएसएस से सप्लाई बाधित हो रही थी। हालांकि किसान लगातार जल्द से जल्द दूसरे ट्रांसफार्मर को जोड़ने की मांग लगातार कर रहे थे लेकिन सुनवाई नहीं हो रही थी। ऐसे में सोमवार को इस जीएसएस से जुड़े सैंकड़ो किसान एकजुट होकर जीएसएस का घेराव कर बैठ गए। मौके पर किसानों ने यूथ कांग्रेस देहात जिलाध्यक्ष हरिराम बाना को भी बुला लिया गया और बाना ने मौके पर आकर निगम अधिकारियों से वार्ता कर एक माह से लंबित इस कार्य को तुरंत करवाने की मांग की। किसानों द्वारा जीएसएस घेरने ओर यूथ कांग्रेस के आंदोलन में शामिल होने के बाद निगम प्रशासन हरकत में आया और त्वरित प्रभाव से ट्रांसफार्मर को जोड़ने की कवायद शुरू की गई। खबर लिखे जाने तक ठेकेदार द्वारा ट्रांसफार्मर जोड़ने में लगने वाले उपकरण और अन्य सामान पहुंचा दिया गया है और आज शाम तक दूसरा पावर ट्रांसफार्मर लग जायेगा। किसानों का आक्रोश देखते हुए जेईएन जवानाराम मौके पर पहुंचे और किसानों से समझाइश की। इस दौरान किसानों ने जीएसएस की खराब पड़ी ओसीबी को बदलने, जीएसएस की मरम्मत करने की मांग भी उठाई। जिन पर दो दिनों में कार्यवाही करने का आश्वासन निगम अधिकारियों ने दिया है। किसान अभी भी जीएसएस पर जमे हुए है और नया पावर ट्रांसफार्मर जुड़ने के बाद ही वहां से हटेंगे। किसानों की अगुवाई सरपंच प्रतिनिधि देवीलाल बाना, किसान नेता ओमप्रकाश बाना, किशनाराम तर्ड, भागुराम बाना, घनश्याम बाना, श्रीराम बाना, मुखराम बाना, पन्नाराम मेघवाल, सुखराम बाना, रामदेव बाना, जगदीश बाना आदि ने की।