श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 जनवरी 2021। आज देश में राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जा रहा है, और इस वर्ष की थीम का मुख्य उद्देश्य लोगों में जागरूकता पैदा करना है ताकि लड़के व लड़की में किया जाने वाला भेदभाव खत्म हो सकें। बता देवें 24 जनवरी को इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री बनी और यही वजह है कि इस दिन को बालिका दिवस के रूप में मनाया जाता है। आज लड़कियां हर क्षेत्र में परचम लहरा रही है परन्तु अभी भी पढ़ाई में तेज होने के बावजूद बेटी की पढ़ाई छुड़वा दी जाती है और बेटे को पढाने के प्रयास किए जाते है। हमारे समाज में कन्या का पूजन किया जाता है परन्तु कन्या के पैदा होने पर मुंह लटक जाते हैं।
हम आपका परिचय हमारे क्षेत्र में एक ऐसे पिता से भी करवा रहें है जिन्होंने पुत्र व पुत्रियों की समानता के लिए मंचो पर भाषण तो नहीं दिए है परन्तु अपने जीवन में लड़कियों को लड़के की तरह समानता देकर एक मिसाल क्षेत्र के युवाओं के सामने प्रस्तुत की है। गांव बेनीसर के ओशो जिज्ञासु सिद्ध ने पूरे कुंटुब व परिवार के विरोध के बावजुद दो पुत्रियों के जन्म के बाद नसबंदी का ऑपरेशन करवाया और बेटा बेटी एक समान सन्देश देते हुए जीवंत उदाहरण प्रस्तुत किया। जिज्ञासु बालिका को बालक के समान बराबरी दिए जाने के पक्षधर तो है ही वे लगातार इसके लिए प्रयासरत भी है। उन्होंने टाइम्स को बताया कि वे अपनी बेटियों के पालन पोषण में उन्हें कहीं बेटी होने के नाते पीछे नहीं रहने देते है।
सीओ श्रीडूंगरगढ़ दिनेश कुमार ने दिया जरूरी संदेश।श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 जनवरी 2021। वर्तमान युग में डिजिटलकरण ने कई समस्याओं को भी जन्म दिया है और श्रीडूंगरगढ़ जैसे शहरों में ही नहीं यहां छोटे छोटे गांवो में भी साइबर क्राइम बढ़ रहा है और बालिकाओं के फोटो वायरल करना, उनकी आईडी हेक करना, उन्हें बदनाम करने जैसी धमकियां देकर ब्लैकमेल करने जैसे क्राइम बढ़ गए है। आज श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स के माध्यम से हमारे क्षेत्र के सीओ दिनेश कुमार ने पूरे उपखंड की बालिकाओं के हित में उनके अभिभावकों को कुछ सुझाव दे रहें है जो आप सभी देखें और बालिकाओं तक जरूर पहुंचाए।