श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 22 जुलाई 2021। श्रीडूंगरगढ़ के गांव तोलियासर में गोचर भूमि में बसे हुए लोगो को आज फिर राहत मिल गई है। यहां पर न्यायालय के आदेशों के बाद प्रशासन ने सभी पक्के अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर ली थी और नायब तहसीलदार की अगुवाई में 12 सदस्यों का राजस्व विभाग का दल भी गठित कर लिया था। प्रशासन ने 100 सुरक्षाकर्मियों की मांग भी की थी लेकिन वो आज उपलब्ध नही हो पाए तो प्रशासन की बाकी तैयारियां धरी रह गयी। नागरिकों ने मामला कोर्ट में लंबीत होने की बात कहते हुए मोहलत मांगी और विरोध जारी रहा तो प्रशासन को आज की कार्यवाही भी टालनी पड़ी, अब प्रशासन आगामी कार्रवाई की योजना बना रहा है। गांव तोलियासर में कुल खसरा नम्बर 860/241, 500/504 पर अतिक्रमण चिन्हित किये गए थे और इनमे से कुछ ने तो न्यायालय से स्टे ले लिया था। यहां कच्चे अतिक्रमण तो पहले ही हटा दिए गये थे और अब पक्के मकान तोड़ने पर प्रशासन आमादा है। विदित रहे कि श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में गोचर भूमि पर अतिक्रमणों की लहर चली थी और नेताओं के रूप में भूमाफियाओं ने आम लोगो को कब्जे बेच बेच कर करोड़ों के व्यारे न्यारे कर लिए। लेकिन अब प्रशासनिक अमला हरकत में है और न्यायालय के आदेशों की पालना में बसे हुए लोगो के आशियाने उजाड़ने की तैयारियों को पूरा किया जा रहा है। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे सहित मानकरासर, तोलियासर में विभिन्न न्यायालयों द्वारा बेदखली के आदेश जारी किए हुए है। गांव धीरदेसर में अतिक्रमण विवाद पूरी तहसील में प्रचारित हुआ तथा गांव ठुकरियासर में तो गोचर पर अतिक्रमण के लिए बुधवार को ही दो पक्ष आपस में भिड़ गए थे और दोनो पक्षों के 8 लोगों को हवालात की हवा भी खानी पड़ी थी। क्षेत्र में लगभग सभी गांवो में गोचर में लोग बस चुके है और अब आवश्यकता है कि जनप्रतिनिधि उच्च स्तर पर प्रयास कर बसे हुए लोगो के घर बचाने के लिए गोचरभूमि को आबादी भूमि में रूपांतरित करने के प्रयास करें। इसके अभाव में पूरी तहसील क्षेत्र में लाखों लोगों के प्रभावित होने का अंदेशा है।