


श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 28 नवम्बर 2019। विधायक गिरधारी महिया ने विधानसभा में सरकार का जोरदार विरोध करते हुए सदन में सरकार से जवाब मांगा। महिया किसानों की मांगे लिखा हुआ बेनर पहन कर विधानसभा पहुंचे व सदन की वेल में धरने पर बैठ गए। गरजते हुए महिया का किसान दशा पर बोलते हुए गला भारी हो गया। महिया ने कहा की सरकार राजनीति बंद करें और रोते हुए किसानों के आंसू पोंछने का प्रयास कर अन्नदाता का सम्मान करें।
उन्होंने बीकानेर संभाग में बेमौसम बरसात से हुए फसल खराबे का तुरंत मुआवजा देने, किसानों का 6 माह का बिजली बिल माफ करने, बिजली बिलों में किसानों की बंद हुई सब्सिडी चालू करने, फसलों की क्रॉप कटिंग पुन: करवाने व किसानों की जमीनों की कुर्की पर रोक लगाने की मांग करते हुए सरकार को घेरा।
विधायक गिरधारी लाल महिया सरकारी नीतियों को ऊंट के मुँह में जीरा बताते हुए अपना विरोध प्रकट किया। विधायक गिरधारीलाल महिया सदन की वेल में पहुंच कर धरने पर बैठ गए और मांगे नहीं मानने तक सदन में ही अनिश्चितकालीन धरना शुरू करने की चेतावनी दी। विधायक महिया ने कहा कि मुख्यमंत्री जवाब दे कि बेमौसम बरसात से किसानों को हुए नुकसान में सरकार राहत देने के लिए क्या कर रही है। विधानसभा चुनाव में किसानों की कर्ज माफी को लेकर सरकार ने वादा कर लिया किंतु वास्तव में सरकार ने किसानों की कोई कर्जमाफी नहीं की है।

विधानसभा परिसर के बाहर प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए विधायक गिरधारी लाल महिया ने कहा कि बीकानेर संभाग में बेमौसम की बरसात एवं ओलावृष्टि से फसलों को शत-प्रतिशत नुकसान पहुंचा है। किसान अब अपने बिजली बिल और बैंकों से लिए कर्ज को भरने में असमर्थ है। प्रकृति की मार से प्रत्येक किसान को औसतन दो लाख रूपये से ज्यादा का नुकसान हुआ है। लेकिन राजस्थान सरकार किसानों की पीड़ा को लेकर गंभीर नहीं है। इस समय किसान सरकार से राहत मिलने की उम्मीद में बैठा है किंतु राजस्थान सरकार द्वारा किसानों की समस्याओं के तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है डेढ़ महीनों में बार-बार मौसम में बदलाव के बाद बीकानेर जिले में मूंगफली, ग्वार एवं मोठ के अलावा बारानी खेतों में फसलों को बहुत नुकसान पहुंचा है।
