श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 25 अप्रैल 2024। चुनावों के कारण पहले से ही देरी से हो रही रबी की फसलों की सर्मथन मूल्य पर सरकारी खरीद आखिरकार गुरूवार को श्रीडूंगरगढ़ कृषि उपज मंडी में शुरू हुई। सरकारी खरीद केन्द्र का उदघाटन करते हुए उपखण्ड अधिकारी उमा मित्तल ने किसानों को किसी भी प्रकार की समस्याएं नहीं होने देने के निर्देश दिए। क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य व्यवस्थापक गौरव जैन ने बताया कि किसान अपनी गेहूं की फसल समर्थन मूल्य 2400 रुपए प्रति क्विंटल पर सरकार को बेचने के लिए प्रति हेक्टेयर 27.5 क्विंटल तक लेकर आ सकता है। गेहूं की खरीद में किसी भी प्रकार की सीमा निर्धारित नहीं की गई है एवं किसान की जितने हैक्टर की गिरदावरी होगी उतने हैक्टर के हिसाब से उपज की तुलवाई हो सकेगी। सहकारी समिति के अशोक पोटलिया ने बताया की गुरूवार को उदघाटन के मौके पर पहली ढेरी गांव लिखमादेसर के किसान तुगनाराम जाट की रही एवं 50 क्विंटल गेहूं तुलवाया गया। इस मौके पर मंडी व्यापार संघ के अध्यक्ष ओमप्रकाश भादू, किशन खिलेरी, ओमप्रकाश बाना, नेमीचंद सिद्ध, गोपीराम डोटासरा, शंकरलाल कस्वां सहित काफी संख्या में किसान व व्यापारी मौजूद रहे। विदित रहे कि भारतीय खाद्य निगम द्वारा गेंहू की खरीद की जा रही है एवं खरीद में किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए किसानों को अपना माल साफ सुथरा करके लाने को कहा गया है। सरकार को गेहूं तुलवाने वाले किसानों को 48 घंटे में उनके खाते में भुगतान का प्रावधान भी किया गया है। इसके साथ ही चने व सरसों की खरीद भी शुरू हो गई है। नियमानुसार प्रति किसान चना 5440 रुपए प्रति क्विंटल एवं सरसों 5650 रुपए प्रति क्विंटल व अधिकतम 25 क्विंटल की खरीद की जाएगी। विदित रहे कि गेहूं की खरीद शुरू होने से किसानों को फायदा मिलेगा क्योंकि बाजार में गेहूं 2200 रुपए से 2800 रुपए प्रति क्विंटल तक बिक रहा है। ऐसे में न्यूनतम मूल्य 2200 में बिकने वाला गेहूं अब किसान सरकार को 2400 रुपए में बेच सकेगा। इसी प्रकार सरसों में भी किसानों को फायदा होगा क्योंकि सरसों के बाजार भाव 4400 से 4700 रुपए प्रति क्विंटल है जबकी सर्मथन मूल्य 5650 रुपए है। वहीं दूसरी और चने के बाजार भाव सर्मथन मूल्य से कहीं अधिक मिल रहे है इसलिए सरकारी खरीद में चना आने की संभावना ही लगाई जा रही। किसानों द्वारा सरसों की भी पूरी उपज खरीदने की मांग उठाई जा रही है।