श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 दिसम्बर 2019। गुरुवार को पंचायत समिति की साधारण सभा बैठक में क्षेत्र का नया राजनीतिक समीकरण बनता नजर आया है। पंचायत समिति प्रधान के अधिकार क्षेत्र का एसएफसी बजट का खर्च होना बड़ा सवाल बन गया जब खुद प्रधान ने ही सदन में सबके सामने यह पूछ लिया कि एसएफसी मद कितना था, कितना खर्च हुआ और कहां खर्च हुवा? प्रधान मघाराम द्वारा उठाये गए इस सवाल का जवाब देने में अधिकारियों ने आनाकानी की तो उपस्थित विधायक गिरधारी माहिया ने इसे संदेहास्पद बताते हुए तुरन्त पूरी जानकारी देने की बात कही। यह सवाल उठाने के दौरान उपप्रधान केसराराम गोदारा उठ कर सदन से बाहर चले गए।
प्रधान के हस्ताक्षर से ही जारी की गई स्वीकृति की जानकारी प्रधान को ही नहीं होने के कारण मामले में नया पेंच आ गया है।
अविश्वास प्रस्ताव से बने थे प्रधान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विदित रहे कि श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में भाजपा का प्रधान था और गत विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद यहां कांग्रेस प्रदेश महासचिव मंगलराम गोदारा की अगुवाई में कांग्रेस ने प्रधान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित करवा कर कांग्रेस का प्रधान बनवाया था। इसी दौरान पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा के पुत्र केशराराम गोदारा उपप्रधान बने थे। यह कार्यवाही होने के छः माह बीतने से पहले ही प्रधान ओर उपप्रधान के मध्य दूरी बढ़ गयी है और गुरुवार की बैठक में यह खुल कर सामने आ गयी है।