April 30, 2024

श्रीडूंगरगढ टाइम्स 27 नवबंर 2019। कल रात हुई भारी बारिश से तहसील में किसानों को चौतरफा नुकसान हो रहा है। किसानों की फसलों के खराबे के आंकड़ो में और ईजाफा हो गया है। पहले तहसील में फसलों के खराबे का आंकड़ा तकरीबन 50% से 70% तक माना जा रहा था। कल रात हुई बरसात ने किसान की बचीखुची उम्मीद समाप्त कर दी। मुगंफली उत्पादन में हमारा क्षेत्र आगे है और इस बार मुंगफली के सीजन में आई भारी बरसात से खेती पर ही निर्भर रहने वाले किसानों की आर्थिक स्थिति अत्यन्त खराब हालात की ओर बढ़ गयी है। किसान फसल का मूल्य नहीं मिलने से अपने बिजली बिल कैसे भरे, अपने निजी कार्य कैसे कर सकेंगे, बैकं की किस्तों का भुगतान कैसे कर पायेगें इस दुश्चिंता ने किसानों की नींदे उड़ा दी है। लगातार जारी बरसात ने किसानों को आँसूओं के घूंट पिला दिये है। क्षेत्र में किसानों के हालत बयां करता ये शेर ठीक ही बैठ रहा है कि जहर तो हमने भी पिया है पर कंठ नीला नहीं है।

लगातार हो रही है मदद की मांग
श्रीडूंगरगढ टाइम्स 27 नवबंर 2019। क्षेत्र में बेमौसम बरसात के रूप में आकाश से किसानों के लिए मुसीबत ही बरस रही है। बीमा कम्पनियों की लापरवाही व सरकार की बेरूखी ने किसानों को ओर निराश किया है। बिजली बिलों की अदायगी में सख्ती, बैंको द्वारा निकाली जाने वाली कुर्की के दबाव में क्षेत्र के किसानों के लिए लगातार मदद किये जाने की आवाज भी उठ रही है। विधायक गिरधारी महिया ने मुख्यमंत्री व जिलाक्लेकटर को कई पत्र लिखें है, और अखिल भारतीय किसान सभा ने तो आंदोलन की चेतावनी भी प्रशासन को दे दी है। परन्तु अभी तक किसी राहत की घोषणा नहीं कि गई है, और ना ही कोई नीति क्षेत्र के किसानों के लिए सरकार स्पष्ट कर पायी है।

कृषिमंडी में रखी मुंगफली के साथ बह गये किसानों के अरमान
श्रीडूंगरगढ टाइम्स । एक पखवाड़े पूर्व हुई बरसात के बाद किसानों ने मुंगफली निकाल कर कृषि मंडी तक पहुंचा दी परन्तु दुर्भाग्य ने पीछा नहीं छोड़ा और कल रात भारी बारीश में मंडी में रखी मुंगफली बरसात के साथ बह गयी। और बह गये किसी किसान के सपने जो मुंगफली बेच कर उसे पूरे करने थे। बाहर पड़ी मुंगफली भीग गई और भीगने से भाव टूट गये साथ ही मेहनती हाथों के अरमान भी टूट गये । मंडी में आने के बाद भी किसानों की फसल सुरक्षित नहीं तुलवा सकते ये हमारे प्रशासन की लापरवाही है जिसे भुगतना किसान को ही होगा। मंडी में भीगने वाली मुगंफली की जिम्मेदारी किसकी होगी ये सवाल अभी खड़ा है। तहसील में मुंगफली के साथ बाजरा, ग्वार भी खराबे में आगे है। बारानी किसानों के हालात भी बद से बदतर होने की ओर अग्रसर है। ।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मामराज फसल के ही नहीं अपने हालात से निराश, टूट गया पक्के मकान का सपना।

मामराज के सपने तो बरसात ने चकनाचूर कर दिये।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। गांव मोमासर में मामराज पुत्र भीयांराम ने सपने बुने मुंगफली बेच कर पक्का मकान बनाना है, बिजली बिल भरना है, बैंक की किस्त भरनी है व इस बार तीनों बच्चों को अच्छे स्कूल में डालना है। जीतोड़ मेहनत के बाद परिवार के सपने बिखर गये। बच्चे भी पक्के मकान का सपना देख रहे थे परन्तु कल रात हुई बारिश ने मामराज के और उसके बच्चों के सारे अरमानो पर पानी फेर दिया। अब मामराज को चिंता बिजली बिल भरवाने की है जो 65 हजार से ज्यादा है। मामराज जैसे सैकड़ो किसान है तहसील क्षेत्र में है जिनकी बरसात के कारण फसलें बरबाद हो गयी है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बारिश के कारण बेटी का मकान बनाने का सपना रह गया अधूरा।

सहीराम कैसे बनायेगा अब बेटी का घर।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। गांव उदरासर में रात ओलो के साथ हुई बरसात ने बारानी किसानों का हाल और बुरा है। 60 वर्षीय सहीराम ने खेत में हाड़ तोड़ मेहनत की क्योंकि फसल बेच कर पुत्री के मकान बनवाने का सपना था। सहीराम की पुत्री की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसे सहायता करना चाहते थे। परन्तु कल रात की बरसात ने इकट्ठा कर रखा बाजरा, ग्वार सारा भीग गया।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कृषि मंडी में लाकर रखी मुंगफली बरसात के साथ बह गयी, भीग गयी।

मुंगफली खरीद की स्थगित
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। किसानों की मुंगफली मंडी में बह जाने व भीग जाने के बाद आज व्यापारियों ने मौसम विभाग की चेतावनी के चलते बुधवार को मुंगफली खरीद स्थगित कर दी है। सूचना जारी करते हुए श्याम सुन्दर पारीक ने कहा कि अनाज की निलामी वर्षांत नहीं आने पर यथावत रहेगी।

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