


श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 फरवरी 2020। अपने विवाह के कई वर्षों तक दहेज के लिए प्रताड़ना झेलने के बाद भी क्षेत्र की दो विवाहिताओं को अपने बच्चों के साथ घरों से निकालने के मुकदमों ने समाज में आज भी दहेज लोभियों की कड़वी सच्चाई को उजागर किया है। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के कालूबास निवासी सत्यनारायण सोनी ने अपनी पुत्री मधु कलाणी का विवाह 18 फरवरी 2012 को श्रीडूंगरगढ़ के ही आडसर बास निवासी एवं शहादरा दिल्ली के प्रवासी राहुल कलाणी से किया था। विवाह के तुरंत बाद से ही उसके ससुराल पक्ष के लोगों ने कम दहेज लाकर नाक कटवाने की बात कहते हुए मधु को तंग परेशान करना प्रारम्भ कर दिया। मधु के पति राहुल कलाणी, ससुर पवन कुमार कलाणी, सास लक्ष्मीदेवी, ननद मनीषा ने उसे शारीरिक एवं मानसिक प्रताड़नाएं देने लगे। आरोपियों ने करीब 6 माह पूर्व मधु को उसके बच्चों सहित दहेज के लिए घर से निकाल दिया। इस पर मधु ने अपने पिता सत्यनारायण सोनी के साथ थाने में हाजिर होकर ससुराल पक्ष के लोगों के खिलाफ दहेज प्रताड़ना का मुकदमा दर्ज करवाया है।
दहेज के लिए विवाह के 15 वर्षों बाद बच्चों सहित घर से निकाला।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 फरवरी 2020। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांव कुनपालसर की निवासी शेराराम बावरी ने अपनी पुत्री कोयलीदेवी का विवाह करीब 15 वर्ष पूर्व बीदासर निवासी भींयाराम बावरी के साथ किया था और अपनी क्षमतानुसार दहेज भी दिया था। लेकिन शादी के बाद से ही कोयलीदेवी के ससुराल पक्ष के लोगों ने उसे कम दहेज लाने का उलाहना देते हुए तंग परेशान करना शुरू कर दिया। बाद में कोयलीदेवी की तीन संतानें भी हुई जिनके छुछक के समय पीहर पक्ष की और से फिर से दहेज भी दिया गया था। लेकिन फिर भी कोयलीदेवी के पति भींयाराम, जेठ श्रवणराम, तुलछाराम व जेठानी ग्यारसी देवी ने उसे दहेज के लिए प्रताडित किया एवं 50 हजार रुपए व मोटरसाईकिल लाने की मांग पर उसे गत 25 जनवरी को तीन संतानों के साथ उसे घर से निकाल दिया। पीडिता ने अपने पिता के साथ थाने में हाजिर होकर मामला दर्ज करवाया है और न्याय की गुहार लगाई है।