श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 मई 2020। एक अनार सौ बीमार वाली कहावत मंगलवार को कस्बे में चरितार्थ हुई। यहां पर आदर्श विद्या मंदिर के पीछे नगरपालिका भूमि पर कई हकदार खड़े हो गए है। विदित रहे कि सरदारशहर रोड पर स्थित नगरपालिका भूमि पर पूर्व विधायक किशनाराम नाई के कार्यकाल में मौखिक रूप से कई समाजों को भूमि आवंटन के आश्वासन दिए गए थे एवं इन्हीं आश्वासनों पर वहां कई समाजों, संस्थाओं ने अपने भवन बना लिए है। इसी क्रम में आदर्श विद्या मंदिर के पीछे गुर्जर समाज के आराध्य देव देवनारायण मंदिर एवं भवन का निर्माण करवाया जा रहा है। इस भूमि पर मजेदार बात यह हो गई इसी भूमि पर अखाड़े से जुड़े हुए साधु योगेश गिरी महाराज ने अपना दावा करते हुए नगरपालिका में शिकायत कर दी। पालिका भूमि होने के बाद भी दो दो दावेदार तैयार हो गए तो मंगलवार को नगरपालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता भी मौके पर पहुंचा एवं दोनो को हटा कर भूमि को पालिका के कब्जे में लेने का प्रयास किया। एक भूमि के तीन तीन दावेदार हो गए एवं मौके पर जबरदस्त विवाद का माहौल बन गया। पालिकाकर्मियों ने जेसीबी की सहायता से वहां बने पक्के निर्माण को तोड़ना शुरू तो कर दिया लेकिन सूचना मिलने के साथ ही मौके पर पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों के विरोध के कारण पालिका को पीछे हटना पड़ा। मौके पर सोशल डिस्टेंस की धज्जियां भी उड़ी। गुर्जर समाज के लोग बड़ी संख्या में एकत्र हो गए एवं महिलाओं ने तो पालिका जेसीबी पर पत्थर भी फेंकने शुरू कर दिए। बाद में विवाद होने की जानकारी उपखण्ड अधिकारी के पास पहुंची तो उपखण्ड अधिकारी ने मध्यस्थता करते हुए पालिकाकर्मियों को मौके से हटने के लिए कहा। उपखण्ड अधिकारी द्वारा वर्तमान में सोशल डिस्टेसिंग की पालना करवाना अधिक जरूरी बताते हुए कोरोना काल में ऐसा विवाद खड़ा करने पर पालिका अधिषाशी अधिकारी के खिलाफ नाराजगी भी जताई गयी है। पूरे प्रकरण में जहां अतिक्रमण करने वालों में भी फूट दिखी तो वहीं अतिक्रमण हटाने वालों में भी आपसी समन्वय की कमी नजर आई। पालिका प्रशासन सफाई कार्मिकों के भरोसे अतिक्रमण तोड़ने की जिद पर अड़ा रहा वहीं मौके पर पुलिस मौजुद होते हुए भी जेसीबी पर पत्थर फेंके गए व प्रशासन ने भी पालिका को पीछे हटने के ही निर्देश दिए। ऐसे में यह मजेदार घटना पूरे कस्बे में चर्चा का विषय बनी रही।
क्या कह रहे है जिम्मेवार।
भवानी शंकर व्यास-नगरपालिका अधिषाशी अधिकारी, कुछ लोगों द्वारा योगेश गिरी महाराज से मारपीट कर उस भूमि से निकाला गया एवं पालिका भूमि पर रातोंरात अतिक्रमण का प्रयास किया गया। पालिका ने अपनी भूमि अतिक्रमण मुक्त करवाने का प्रयास किया था लेकिन पर्याप्त पुलिस सहयोग नहीं मिलने के कारण मुहिम को रोकना पड़ा। इस भूमि पर किसी को भी कोई आवंटन नहीं हुआ है।
जगदीश गुर्जर, अध्यक्ष देवनारायण गुर्जर समाज सेवा समिति- गुर्जर समाज को भूमि आवंटन का प्रस्ताव पालिका की साधारण सभा में पारित किया हुआ है एवं इसी आधार पर दो वर्ष पूर्व यहां पर निर्माण कार्य करवाया था। योगेश गिरी बाबा को भी हमने ही यहां लाकर बैठाया था लेकिन अब उनका अधिकारी बन जाना गलत है। समाज के साथ अन्याय नहीं सहेगें।
योगेश गिरी महाराज- यह भूमि पूर्व विधायक किशनाराम नाई ने हमें आश्रम बनाने के लिए दी थी और जागरण लगवा कर पूरे विधि विधान के साथ यहां पर हमनें आश्रम की स्थापना की थी। बीच में बाहर चले गए तो दूसरे लोगों ने इस पर कब्जा करने का प्रयास किया है। हमनें न्याय मांगा है।