श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 अक्टूबर 2021। जयपुर और बीकानेर में मिलने वाली ट्रोमा सेवाएं अब श्रीडूंगरगढ़ में भी प्रारंभ हो गयी है। धनवंतरी हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर श्रीडूंगरगढ़ में रॉड लगा कर पहला हड्डी ऑपरेशन किया गया है। क्षेत्र में मेडिकल सेवाएं लगातार बढ़ रही है और जिस ईलाज के लिए बीकानेर या जयपुर जाना पड़ता था वही ईलाज अत्याधुनिक मशीनों से कस्बे में ही संभव हो गया है। क्षेत्र के निवासी अमृतवासी हाल बीदासर उपखंड में कृषि कार्य करने वाले 21 वर्षीय युवा परमेश्वर पुत्र धन्नाराम के हाथ की हड्डी का सफल ऑपरेशन कस्बे के धनवन्तरी अस्पताल में किया गया है। युवा परमेश्वर 7 अक्टूबर को मोटरसाइकिल लेकर अपने खेत से दूध देने के लिए बीदासर शहर की ओर जा रहा था। रास्ते में चौराहा पार करते समय एक अन्य मोटरसाइकिल से टकरा जाने के कारण बुरी तरह से चोटिल हो गया। युवक के भाई मांगीलाल के साथ परिजन उसे लेकर धनवन्तरी अस्पताल पहुंचे। धनवन्तरी हॉस्पीटल में डॉ विकास मित्तल ने युवक की जांच की तो पाया कि युवक के दाएं हाथ की दोनों हडि्डयां टूट कर अलग हो गई। डॉ. मित्तल ने तुरंत 8 अक्टूबर की सुबह ही युवक के हाथ में रॉड लगा कर ऑपरेशन किया। युवक के भाई मांगीलाल ने बताया कि अस्पताल के स्टाफ ने सहयोगात्मक ढंग से छोटे भाई का सफल ऑपरेशन कर उसका भविष्य बचा लिया है और हमारा परिवार इसके लिए आभारी है। अस्पताल के संचालक देवेन्द्र पालीवाल ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ में यह रॉड डाल कर किया जाने वाला पहला ऑपरेशन सफल हुआ है। उन्होंने बताया कि ये ऑपरेशन अत्याधुनिक मशीन सीआरएम की सहायता से एक्सपर्ट डॉक्टर करते है जो श्रीडूंगरगढ़ में भी संभव हो गया है। अस्पताल में ये मशीन मंगवा ली गई है तथा डॉ. मित्तल अपोलो हॉस्पीटल, बैंगलोर से अनुभव प्राप्त डॉक्टर है जो यहां अपनी सेवाएं दे रहें है।