श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 10 मई 2024। जैन धर्म मे अक्षय तृतीया का विशेष महत्व है क्योंकि इसी दिन आदिम बाबा ऋषभ ने इक्षु से पारणा किया था। यह उल्लेख किया श्रीडूंगरगढ़ के तेरापंथ सेवा केंद्र में सेवाकेंद्र व्यवस्थापिका शासनश्री साध्वी कुंथु ने। और अवसर था अक्षयतृतीया महोत्सव के आयोजन का। इस मौके पर आयोजित धर्मसभा को संबोधित करते हुए साध्वीश्री ने ऋषभ को मानवीय संस्कृति व सभ्यता के सूत्रधार एवं असी, मसी, कृषि और ऋषि परम्परा के जनक बताया और तप का महत्व बताया। कार्यक्रम की शुरुआत साध्वी सुमंगला के मंगलाचरण से हुई एवं कार्यक्रम में सभाध्यक्ष विजयराज सेठिया, महिला मंडल से मंजू झाबक, तेयुप से मनीष नोलखा ने भी विचार रखे। तपस्विनी राजू देवी के वर्षी तप की अनुमोदना गीतिका के माध्यम से की गई एवं समाज संस्थाओं द्वारा अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में ज्ञानशाला के बच्चों ने भगवान ऋषभदेव के पारणे के मंचन ने सभी को प्रभावित किया।