जानिए क्यों होता है पीलिया, इससे बचने के तरीके और घरेलू इलाज

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 जनवरी 2020। दूषित पानी और खाना खाने से पीलिता होता है। यह लिवर की बीमारी है। इसमें मरीज की त्वचा से लेकर आंखें, नाखून, पेशाब का रंग पीला हो जाता है। लिवर कमजोर होकर ठीक से काम करना बंद कर देता है। भूख धीरे-धीरे कम हो जाती है। यदि समय पर इलाज न मिले तो मरीज की जान भी जा सकती है। www.myupchar.com  से जुड़ीं एम्स की डॉ. वीके राजलक्ष्मी के अनुसार, पीलिया या जॉन्डिस होने का कारण बिलीरुबिन नामक पदार्थ है, जिसका निर्माण शरीर के ऊतकों और रक्त में होता है। पीलिया आमतौर पर नवजात शिशुओं में होता है। समय पर इलाज नहीं मिलने से इसका असर मस्तिष्क पर भी पड़ सकता है।

नजरअंदाज न करें पीलिया के लक्षण
पीलिया के सामान्य लक्षण हैं – बुखार, कमजोरी, भूख नहीं लगना, वजन कम होना, उल्टी आना, पेटदर्द, कब्ज, सिरदर्द, शरीर में जलन, खुजली। कोई भी लक्षण मिलने पर डॉक्टर को दिखाना चाहिए। शुरुआती दौर में दवा के साथ कुछ घरेलू उपाय भी आजमाए जा सकते हैं।

पीलिया दूर करने से घरेलू तरीके
पीलिया से बचना है तो सबसे पहले खान-पान की शुद्धता पर ध्यान दें। ऐसी जगह का खाना न खाएं, जहां गंदें पानी का इस्तेमाल होता है। इस बीमारी का शिकार वे लोग ज्यादा होते हैं जो लगातार बाहर खाना खाते हैं। संतुलित आहार लें।

पीलिया के आयुर्वेदिक इलाज में शामिल है त्रिफला का उपयोग। रात में त्रिफला भिगोकर रख दें और सुबह पानी को छान कर पी लें। दो हफ्तों तक यह प्रयोग किया जाए तो पीलिया में राहत मिलती है। इसी तर्ज पर खड़े धनिया का उपयोग किया जाता है। खड़े धनिया को रातभर भिगोने के बाद सुबह पानी पी लें। आराम मिलेगा। सामान्य रूप से भी हफ्ते में एक दिन ये उपाय कर लिवर को साफ किया जा सकता है। नीम के पत्तों का रस निकालकर पीलिया के मरीज को दें। नीम के पत्तों की चटनी बनाकर रोज एक चम्मच खाने से पीलिया दूर होता है।

जो लोग शराब पीते हैं, उनका लीवर कमजोर होता जाता है और पीलिया की आशंका बनी रहती है। ड्रग्स से दूर रहें। नियमित रूप से योग करें। भुजंगासन, उत्तान पादासन, शवासन और प्राणायाम बहुत फायदेमंद हैं।

टमाटर के एंटीऑक्सिडेंट गुण का फायदा पीलिया को दूर करने में किया जा सकता है। सुबह खाली पेट टमाटर का जूस पिएं। स्वाद बढ़ाने के लिए थोड़ी काली मिर्च और नमक का इस्तेमाल किया जा सकता है। पीलिया के मरीज को विटामिन सी वाले फल खिलाएं। जैसे नींबू, संतरा, आंवला। गर्मी के दिनों में पीलिया के मरीजों को गन्ने का रस पिलाया जाता है। इसे नियमित डाइट में शामिल किया जाए तो पीलिया नहीं होता है।

ये सावधानियां बरतें
पीलिया से बचने के लिए सबसे जरूरी है लिवर को स्वस्थ्य रखना। भोजन जितना सादा होगा, लिवर उतना स्वस्थ्य रहेगा। यदि पीलिया ठीक हो गया है तो भी कुछ दिनों तक खिचड़ी, दलिया जैसी साधारण चीजें खाते रहें। जिन लोगों को पीलिया हो जाता है, उनके रक्तदान करने पर मनाही होती है। अपने खानपान में मूली, गोभी, दही को शामिल करें। भरपूर मात्रा में पानी पिएं।