श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 27 मार्च 2020। कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जो सक्रियता एवं सख्ती दिखाई जा रही है वह स्थानीय स्तर पर कम ही देखने को मिल रही है। यह विडम्बना ही है क्षेत्र में ना तो प्रशासान सख्त हो पा रहा है एवं ना ही जनता जागरूक। प्रशासन द्वारा आगे होकर राशन, मेडिकल, सब्जी आदि दुकानों के खुलने एवं ब्लैक नहीं होने देने के लिए व्यापारियों को पाबंद नहीं किया गया एवं जनता भी अपनी जान के साथ खिलवाड़ कर सोशल डिस्टेसिंग नहीं रख कर भीड़ में धक्कामुक्की कर पहले एवं अधिक सामान लेने की होड़ में जुट गई है। बीकानेर में प्रशासन की प्रेरणा एवं सहयोग से जहां मेडिकल, राशन, सब्जी आदि विक्रेताओं ने होम डिलेवरी शुरू कर दी है वहीं अभी तक श्रीडूंगरगढ़ में ऐसा कोई प्रयास नहीं हो पाया है। क्षेत्र के प्रशासन एवं जनता ने तो सम्भवतः यह मान ही लिया गया है कि कोरोना नहीं आएगा, कहीं ये लापरवाही नुकसानदेह साबित ना हो जाएं। बीकानेर में एक और जहां लोगों को कई तरह के ऐप एप्लिकेशन से जोड़ कर, मंडी की दुकानें खोलने के लिए समझाईश कर या कहीं लाइसेंस रद्द करने की धमकी देकर, तो कहीं काला बाजारी कर रहें लोगों को गिरफ्तार करने की सूचनाएं आ रही है वहीं अभी तक हमारे क्षेत्र में प्रशासन द्वारा ऐसी कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाई है। ना बैठकें, ना दौरे, ना शिकायतों का निस्तारण, ना समझाईश का कार्य कहीं होता नजर आ रहा है। क्षेत्र के जागरूक लोगों में दहशत का माहौल है कि वे भगवान भरोसे है।