श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 15 फरवरी 2023। धरती को पापियों से मुक्त करने व मर्यादा की स्थापना के लिए दशरथ की बड़ी रानी कौशल्या ने तेजोमय, नीलवर्ण व अत्यंत सुंदर पुत्र श्रीराम को जन्म दिया। कथा व्यास से संतोष सागर ने ये कहा तो पूरा पांडाल जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा। रामलला को जन्म भयो है.. भजन गाया तो भावविभोर श्रद्धालु झूमते हुए नाचने लगे। ये दृश्य साकार हुआ श्रीडूंगरगढ़ में सनातन श्मशान भूमि प्रांगण में गौमाता भंडारा गौशाला समिति द्वारा गौसेवार्थ आयोजित श्रीराम कथा के पांडाल में मंगलवार को। यहां धूमधाम से राम जन्मोत्सव मनाया गया व बधाइयां बांटी गई।कथा वाचक संतोष सागर ने तीसरे दिन की कथा में ब्राह्मण के गुण बताए। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण को लोभी नहीं होना चाहिए और साधु को जीवन से हारकर साधु नहीं बनना चाहिए। कथा वाचक ने कहा कि भक्ति से भगवान मिलने की बात बताई। मंगलवार को कथा के मुख्य यजमान लक्ष्मीदेवी – श्यामसुंदर मोदी रहें जिन्होंने कथा व कथा व्यास का पूजन किया। यहां बड़ी संख्या में कस्बे सहित आसपास के गांवों से भी श्रद्धालु पहुंच रहें है।https://www.facebook.com/watch/?v=608805647738108