श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 21 सितबंर 2020। क्षेत्र के गांव रिड़ी में लगातार अलग-अलग परिवारों के बड़े-बड़े धड़े आपसी सहमति से सामाजिक कुरीतियों को छोड़ने का निर्णय ले रहे है। रविवार को गांव के रूपनाथ व धर्मनाथ परिवार के 47 घरों के बुजुर्गों व युवाओं ने समाज को प्रगतिपथ पर ले जाने के लिए मृत्युभोज को त्यागने का निर्णय लिया। परिवार ने एक जगह बैठ कर मृत्युभोज नहीं करने व ओढावनी नहीं लेने का निर्णय लिया। पूरे परिवार ने अपनी पारिवारिक नियमावली बनाई व इस पर सभी घरों के जिम्मेदारों के हस्ताक्षर करवाऐं गए। रामनारायण सिद्ध, रामचंद्र नाथ, नोरंगनाथ, प्रभुनाथ, बीरबलनाथ, खिलनाथ, डालनाथ, भगवाननाथ, देवनाथ, परसनाथ, जगदीशनाथ, लालनाथ, जालूनाथ, ओंकारनाथ, गिरधारीनाथ, पुरनाथ सिद्ध, खुमनाथ, रामप्रताप, रामरतन, ईश्वरनाथ ने बैठक में विचार रखें व इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाया। ज्ञात रहे हमारे क्षेत्र में इस संबंध में सकारात्मक पहल लगातार हो रही है। कई गांवो में आम सहमति बनाने के प्रयास किए जा रहे है तथा कई पारिवारिक धड़े अपनेआप आगे आकर सरकार के इस आदेश को अपने परिवार की नियमावली में अपना रहें है।