May 20, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 29 अक्टूबर 2022। श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स के सभी पाठकों को राम राम, हम क्षेत्र ताजा हालातों, हरकतों व हरारतों की सभी खबरें आप सभी तक लगातार पहुंचा रहे हैं। लेकिन फिर भी कई खबरें अनदेखी और अनबोली रह जाती है। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में चल रही धमाचौकड़ी के अनदेखे और अनबोले किस्से प्रस्तुत है आप सभी के लिए टाइम्स के इस विशेष आलेख में। जिसे पढ़ें परन्तु किसी से ना कहें।

“आए को राम राम, गए को राम राम”
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में चल रहे ईओ के धींगाकुश्ती में दोनों पाले में अलग अलग लोग हैं और स्प्ष्ट रूप से अपने अपने ईओ के पक्ष में पूरी ताकत के साथ जोर आजमाइश भी कर रहे हैं। लेकिन इस दौर में कई लोगों का ऐसा हुनर भी नजर आया जिसमें आए को राम राम व गए को राम राम किया गया। गत 8 दिनों में ईओ भवानी शंकर व्यास 2 बार कार्यमुक्त हुए हैं और ईओ ललित सिंह देथा ने भी 2 बार जॉइनिंग ली है। ऐसे में इन लोगों को चार-चार बार अपना मन, शब्द और तेल-आजमाइश को बदलना पड़ा है। इन लोगों द्वारा ईओ सीट पर आसीन अधिकारी का नाम बदलने के साथ ही सुर बदलने के हुनर ने तो सभी को हैरत में डाल दिया है। आखिर हैरत हो भी क्यों नहीं, कुर्सी के साथ ही स्वर और सुर बदल लेना कोई आसान काम तो नहीं। अनसुना किस्सा यह भी है की शहर में एक नए नए पत्रकार ने तो इस सबन्ध में दो अलग अलग माहौल बनाने वाली खबरें चलाई। पहली खबर में ईओ को दोषी ठहरा दिया गया वहीं दूसरी ख़बर में उसे क्लीन चिट ही दे दी गई। सोशल मीडिया पर यह बदला सुर जम कर ट्रोल भी हुआ। अब स्वर और सुर इतने तेजी से बदलेंगे तो बात तो बनेगी ही ना।

बेईमानी के झगड़े में ईमानदार व्यवस्था।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में बेईमानी का बोलबाला तो आए दिन सभी देखते हैं लेकिन इस बेईमानी के झगड़े में भी ईमानदार व्यवस्था, अनबोले किस्से में गूंज रही है। अनबोले शब्द यह है कि ईओ बदलने की यह धींगाकुश्ती नई नहीं बल्कि पुरानी है। व्यास को हटाने के आदेश गत अप्रैल में आए थे और बताया जा रहा है कि इसके लिए व्यास विरोधियों ने जयपुर में डेरा डाल लिया था। बताया जा रहा है व्यास को हटाने में बड़े लेन देन की सेवा होने की बातें सामने आई। उस समय तो व्यास ने भी सक्रिय होते हुए पहले स्टे के सहारे और बाद में पुनः नियुक्ति के आदेश करवा लिए थे। अनदेखी ओर अनबोली बात यह है कि व्यास के नहीं हट पाने की स्थिति में हटाने के लिए सेवा में काम आया लेन देन लौटा दिया गया। ऐसे में बेईमानी के झगड़े में सिस्टम की ईमानदारी के सब कायल हो गए है। इसी ईमानदारी ने व्यास विरोधियों को ताकत दी और अब 21 अक्टूबर को पुनः व्यास को हटाने के आदेश जारी करवा लिए गए। व्यास ने स्टे का सहारा लिया तो 27 अक्टूबर को एक ओर आदेश निकलवा लिया। अनबोले शब्दो मे इस ईमानदारी की ताकत की बड़ी बात हो रही है।

नीम हो या करेला, स्वाद खारा का खारा।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में घोटालों और बेईमानी के इतने चर्चे आम हो गए कि नगरपालिका से ज्यादा मतलब नहीं रखने वाले आम आदमी की जुबान पर यही चर्चा जोर पकड़ती दिखी। ऐसे में जब ईओ भवानी शंकर व्यास को यहां से हटाया गया तो लोगों ने अब पालिका में ईमानदारी की स्थिति आने की चर्चाएं शुरू ही की थी के नए लगाए गए ईओ के कच्चे चिठ्ठे भी सोशल मीडिया में वायरल होने लगे हैं। बताया जा रहा है कि यहां लगाए गए नए ईओ ललित सिंह देथा भी इस मामले में सिद्धहस्त है। उन पर भरतपुर जिले के फतहनगर सनवाड़ नगरपालिका में नियमविरुद्ध पट्टे जारी करने के प्रकरण लंबित है और विभागीय अनुशासनिक कार्रवाई चल रही है। इस प्रकरण में देथा को निलंबित भी किया जा चुका है। अब अनबोला तो यह रहेगा की श्रीडूंगरगढ़ में चल रहे फर्जी पट्टा प्रकरण में देथा क्या क्या दिखाते है। लेकिन जो भी शहर में चर्चा तो बस यही हो रही है कि नीम हो या करेला, स्वाद खारा का खारा।

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