श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 16 जनवरी 2020। सर्दियों में खांसी और कफ आम बात है। अधिकांश मामलों में खांसी अपने आप दूर हो जाती है, लेकिन यह लंबे समय तक बनी रहे तो किसी गंभीर बीमारी को संकेत भी हो सकता है। संक्रमण के कारण कफ (बलगम) वाली खांसी होती है।
डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, ‘आयुर्वेद में खांसी को कास कहा जाता है। खांसी अपने आप में एक बीमारी हो सकती है या अस्थमा, टीबी जैसी किसी बीमारी का लक्षण भी हो सकती है।’ आयुर्वेद में खांसी के लिए कई आसान और सहज उपलब्ध घरेलू चीजों से इलाज बताया गया है।
खांसी का आयुर्वेदिक इलाज-
डॉ. शुक्ला बताते है, ‘आयुर्वेद में खांसी और कफ के लिए विभिन्न प्रकार के इलाज बताए गए हैं। विभिन्न प्रकार की खांसी को कंट्रोल करने के लिए जड़ी बूटियों और औषधियों का इस्तेमाल किया जाता है। इनमें पीपल, अदरक, मुलेठी, तुलसी, हल्दी और शहद शामिल हैं। तेल लगाने की विधि, औषधियों के प्रयोग से उल्टी और दस्त के जरिए इलाज भी कई मामलों में किए जाते हैं।’
आयुर्वेद में गर्म पानी को कई बीमारियों का इलाज बताया गया है। इसमें खांसी भी शामिल है। थोड़ी-थोड़ी मात्रा में गुनगुना पानी पीने से गले को राहत मिलेगी और कफ भी मल के जरिए बाहर निकल जाएगा। इसके अलावा, नमक मिला पानी पीने से हर तरह की खांसी दूर की जा सकती है।
शहद के एंटी-बैक्टीरियल गुण खांसी से जल्द राहत दिलाते हैं। सिर्फ शहद चाटने से खांसी को दूर किया जा सकता है। रात को सोने से पहले 1 चम्मच शहद पिएं। वहीं शहद के उपयोग का एक तरीका यह भी है कि आधा चम्मच शहद में थोड़ी इलायची और नींबू का जूस डालकर दिन में 3 बार लें।
अदरक के टुकड़ों को शहद के साथ मिलाकर चबाने से तत्काल राहत मिलती है। अदरक के इस्तेमाल का दूसरा तरीका यह है कि अदरक का जूस निकालकर शहद की कुछ बूंदें मिलाकर पिएं।
दूध में हल्दी मिलाकर पीना वैसे भी फायदेमंद है और यह खांसी में भी कारगर है। हल्दी का एंटी-बैक्टीरियल गुण आराम दिलाता है। सुबह गर्म दूध पीने से कफ दूर होता है। ध्यान रहे दूध को फीका ही पिएं। इसमें शहद और थोड़ी हल्दी मिला सकते हैं।
लहसुन की कलियों को कच्चा चबाने से खांसी दूर होती है। कच्चा न चबा पाएं तो सीधी आंच पर भून लें। लहसुन को पानी में उबालकर काढ़ा बनाकर सेवन करने से खांसी दूर होती है। स्वाद के लिए थोड़ा शहद भी मिला सकते हैं।
तुलसी का काढ़ा शरीर में न केवल गर्मी देता है, बल्कि खांसी में भी राहत दिलाता है। अदरक, काली मिर्च और तुलसी की पत्तियों को एक साथ उबालकर काढ़ा बनाएं।
कफ वाली खांसी के लिए काली मिर्च को देसी घी में मिलाकर खाएं। काली मिर्च के पाउडर को घी के साथ भून लें। इस मिश्रण को दिन में 3 से 4 बार खाएं। दूध में मिला कर भी पिया जा सकता है। खांसी में राहत मिलेगी।
खांसी और कफ की कोई अंग्रेजी दवा अपने मन से न लें, क्योंकि इसके साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। वहीं आयुर्वेदिक दवा का कोई साइड इफेक्ट नहीं है। फिर भी यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है तो किसी मान्यता प्राप्त आयुर्वेदाचार्य से ही इलाज करवाएं।


