श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 16 जुलाई 2021। रेगिस्तान के कल्पवृक्ष खेजड़ी को बचाने की मुहिम चला रहें हिम्मतासर निवासी रामेश्वरलाल जाट ने आज धीरदेसर चोटियान में कार्यशाला का आयोजन कर किसानों को खेजड़ी को रेगिस्तान के लिए वरदान बताया। जाट ने कहा कि लुंग, सांगरी, लकड़ी, तथा भूमि को उपजाऊ बनाने में योगदान देने वाली खेजड़ी का महत्व अब वैज्ञानिक भी स्वीकार कर रहें है। जाट ने कहा कि हमारे क्षेत्र के नागरिक अगर इस बारे में अब नहीं चेते तो होने वाले नुकसान का खामियाजा प्रकृति, जीव जंतु, यहां के रहवासी किसानों को बेहिसाब होगा। उन्होंने आज गांव में किसानों व कृषि विद्यार्थियों को ग्राफ्टिंग विधि के बारे में बताया जिससे खेजड़ी कम समय में किसान की आय का जरिया बन सकती है। किसान गणेशाराम चोटिया के खेत में आयोजित कार्यशाला में कृषि स्नातक के छात्र रामलक्ष्मण चोटिया का विशेष योगदान रहा। किसान गणेशाराम चोटिया, तेजाराम चोटिया, सहिराम चोटिया, भंवरलाल चोटिया, बजरंगलाल चोटिया, ओमप्रकाश चोटिया, कैलाश बारोटिया ने भाग लिया। रामेश्वर जाट ने सभी का आभार व्यक्त किया।