श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 नवम्बर 2020। श्रीडूंगरगढ़ तहसील की मुख्य सड़क से दूर एक आंतरिक क्षेत्र के गांव समंदसर में अत्यंत गरीबी के साथ अपना जीवन प्रारंभ कर आज उड़ीसा के कटक में प्रमुख व्यापारियों में शुमार होने वाले मोहनलाल सिंघी ने आज पूरे समाज के लिए एक प्रेरणीय पहल प्रस्तुत की है। कटक में अपने व्यापार को ऊंचाईयां देने के बाद मोहनलाल सिंघी अपनी जन्मभूमि गांव समंदसर की मिट्टी का कर्ज चुकाने के लिए सोमवार को अपने गांव पहुंचें एवं गांव में सार्वजनिक हितार्थ भवन का निर्माण करवाने के लिए भूमि पूजन किया। बता देवें कि इस भवन के निर्माण के स्थान पर ही सिंघी का जन्म हुआ और इसी गांव में अत्यंत अभावों के बीच वो बड़े हुए। समंदसर में ही उनका विवाह हुआ था एवं विवाह के पश्चात कमाने के लिए घर से, गांव से, बाहर निकले तो आज प्रमुख व्यवसायियों की सूची में अपनी जगह बना ली है। सिंघी द्वारा अपनी पैतृक भूमि पर भवन बना कर गांव की सेवा में सुपुर्द करने के निर्णय के बाद पूरे गांव के ग्रामीण गौरान्वित हुए है। ग्रामीणों ने सिंघी के इस प्रयास से गांव का मान बढ़ने की बात कही है। सोमवार को भूमि पूजन के मौके पर पंडित देवीलाल उपाध्याय एवं रामदेव उपाध्याय ने विधि विधान के साथ भूमि पूजन करवाया एवं नींव पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा ने लगाई। इस मौके पर गोदारा ने सिंघी द्वारा अपनी जन्मभूमि के प्रति कर्तव्य को निभाने के जज्बे को प्रेरणीय बताया। मोहनलाल सिंघी के प्ररेणा स्त्रोत उनके बड़े भाई स्वर्गीय कुंभराज सिंघी के पुत्र अशोक सिंघी ने इसे पूरे परिवार के लिए गौरवशाली क्षण बताया और अपने चाचा का आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में अणुव्रत समिति अध्यक्ष विजयसिंह पारख, बजरंगलाल सोमाणी, केशवदेव शर्मा, जितेन्द्र सिंह शेखावत, महेश मंत्री सहित बड़ी संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता श्रीडूंगरगढ़ से पहुंचें एवं सिंघी का सम्मान किया। ग्रामीण तारूराम, जगदीश गोदारा, सोहनराम तर्ड, गोविदंराम, इमरताराम गोदारा आदि ने गांव की और से सिंघी का आभार जताया।