श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 7 जुलाई 2021। गांव सातलेरा में जीएसएस पर अव्यवस्थाओं से ग्रामीण परेशान है और विभाग में सुनवाई नहीं होने से आहत है।ग्रामीणों का कहना है कि कोई आपात स्थिति हो तो जीएसएस से लाईट बंद करवाने में भी घंटो लग जाते है। इस दौरान स्थिति विकराल भले ही हो जाएं। गांव में सोमवार रात किसान भंवरलाल जाखड़ के कृषि कुएं पर लगे ट्रांसफार्मर से लपटे उठने लगी तो उसने बिजली बंद करवाने के लिए कर्मचारी को फोन किए परन्तु फोन नहीं उठाया गया तो किसान मालाराम सारस्वत ट्रेक्टर लेकर जीएसएस पहुंचे तो वहां कर्मचारी नहीं मिला। आखिर काफी देर बाद कर्मचारी के पहुंचने पर आपूर्ति बंद की गई। गनीमत रही की आग से कोई हादसा नहीं हुआ और किसान मालाराम, भंवरलाल, परताराम, कुंभाराम, चंदूलाल ने बताया कि जीएसएस कर्मचारी चाहे कितनी मुसीबत हो फोन नहीं उठाते है। किसानों ने बताया कि लाइन में फाल्ट आने पर कोई सुनवाई नहीं होती व स्वयं जान जोखिम में डाल कर फाल्ट ढूंढते भी है और निकालते भी है। बता देवें इस जीएसएस से करीब 400 कृषि कुएं व सातलेरा गांव, बिग्गा गांव की सप्लाई भी जुड़ी हुई है जिससे लोड अधिक पड़ने से फाल्ट भी आते ही रहते है। ग्रामीणों ने कहा कि यहां कोई स्थाई टेलीफोन नंबर नहीं होने से तथा कोई लाइन मैन है नहीं होने से परेशान हो उठे है। सातलेरा के ग्रामीणों ने बताया कि लाइनमैन के अभाव में घरों में मीटर बदलने तथा नया मीटर लगवाने, नया कनेक्शन करवाने में अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है। सातलेरा के किसानों तथा ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से जीएसएस पर लगे कर्मचारियों को हर समय जीएसएस में रहने के लिए पाबंद करने सहित हर समय एक लाइनमैन की ड्यूटी लगाने तथा जीएसएस पर स्थाई फोन नंबर रखने की मांग की है।