श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 23 जून 2021। “कुछ कहना है मुझे” नए काव्य संग्रह में समाज, संस्कृति, सौहार्द, भाईचारा, देशप्रेम, परिवार, लोक संस्कृति, प्रकृति, रोजगार सहित हर क्षेत्र की संवेदनाओं को शब्दों में प्रकाशित किया गया है। ये कहा समाजसेवी रामचंद्र राठी ने। आज राष्ट्रभाषा हिन्दी प्रचार समिति की ओर से प्रकाशित एवं राजस्थानी भाषा, साहित्य एंव संस्कृति अकादमी के पूर्व अध्यक्ष श्याम महर्षि द्वारा रचित “कुछ कहना है मुझे” हिन्दी कविता संग्रह का पुस्तकालय सभागार में लोकार्पण किया गया। महर्षि द्वारा यह काव्य संग्रह कस्बे के समाजसेवी रामचन्द्र राठी को समर्पित किया गया है। इस दौरान महर्षि ने कहा कि इस संग्रह में वर्तमान परिदृश्य को इंगित करते हुए कविताएं पेश की गई है। राठी ने कहा कि साहित्यकार महर्षि विगत पचास वर्षों से अपनी लेखनी से समाज को जागरूक कर रहे है। पुस्तकालय के मंत्री भंवरलाल भोजक ने कहा कि इस कविता संग्रह में सामाजिक परिदृश्य को समाहित किया गया है। इस दौरान डॉ.मदन सैनी, बजरंग शर्मा, सत्यदीप, तुलसीराम चोरड़िया, महावीर सारस्वत सहित कई नागरिक उपस्थित रहें।