श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 28 जून 2019। जब पुलिस एवं प्रशासन की उदासीनता के कारण लगातार चोरियां बढ़े तो आखिर में आम जनता को ही पुलिस बनना पडता है। इसी बात को सार्थक किया शुक्रवार सुबह गांव जैतासर के ग्रामीणों ने। जैतासर के ग्रामीणों ने अपनी जागरूकता के साथ शुक्रवार को एक तेल चोर को पकडा है। कनिष्ठ अभियंता हिमांशु वर्मा ने बताया कि गुरूवार रात्री से ही जैतासर गांव की सप्लाई लाईन बार बार ट्रीप हो रही थी तो जीएसएस पर नियुक्त कार्मिकों को इस संबध में ध्यान देने को कहा गया। जीएसएस पर नियुक्त कार्मिकों ने गांव में अपने सम्पर्कों को इस संबध में सचेत किया तो ग्रामीणो ने शुक्रवार सुबह जैतासर गांव के ही निवासी प्रेम महिया को अपने ट्रेक्टर टाली पर लगे विद्युत ट्रांसफारमर के तेल के निशान धोते हुए देखा। ग्रामीणों ने तुरंत जीएसएस कार्मिकों को एवं कार्मिकों ने तुरंत अभियंताओं को सुचना दी। इस पर विद्युत निगम के अभियंता हिमांशु वर्मा, मुकेश कुमार मय टीम मौके पर पहुचें एवं वहां से भागने की फिराक में लगे प्रेम महिया को उसकी ट्रेक्टर-ट्राली सहित पकड़ लिया। ग्रामीणों के सहयोग से चोर को पकड़ कर गांव के 33 केवी जीएसएस पर बैठा लिया गया एवं पुलिस को सूचना दी गई। आरोपी ने गुरूवार रात्री करीब 3 से 4 बजे के मध्य ट्रांसफारमर से तेल चुराने की बात भी स्वीकार कर ली। पुलिस के आने के बाद आरोपी को पुलिस के हवाले किया गया एवं उसकी ट्रेक्टर की टंकी में से 90 लीटर ट्रांसफारमर का तेल जब्त किया गया है। ग्रामीणों की सजगता से क्षेत्र में लगातार हो रही इस प्रकार की चोरियां खुलने की उम्मीद है क्योंकि पुलिस भी ट्रांसफारमरों से तेल चोरी के मामलों में हाथ खड़े कर चुकी थी। ऐसे में पुरा क्षेत्र जैतासर गांव के ग्रामीणों की सजगता एवं जागरूकता की प्रशंसा कर रहा है। सभी गांवों में ऐसे जागरूक ग्रामीण हो जाएं तो निश्चित रूप से क्षेत्र में चोरी जैसे अपराध कम हो जाएगें।
पुलिस नहीं करती कार्यवाही, निगम अभियंताओं ने लगाए आरोप।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विदित रहे कि क्षेत्र में विद्युत विभाग एवं आम जनता पिछले लंबे समय से लगातार ट्रांसफारमर से तेल चोरी करने वाले चोरों से परेशान हो रहे है। क्योंकि रात के अंधेरे में यह चोर ट्रांसफारमर से लाईन ट्रिप करवा कर तेल निकाल लेते है व इस कारण सप्लाई बाधित हो जाती है। इस तरह के कई प्रकरण होने, बीहड़ों में बने जलदाय विभाग के ट्रांसफारमरों में कई दिनों बाद पता लगने व चोरी हुए तेल की किमत अधिक नहीं होने के कारण पुलिस ने भी इन प्रकरणों को हल्के में लेना शुरू कर दिया। इस पर विद्युत विभाग के अभियंता लंबे समय से पुलिस पर ऐसे चोरी के प्रकरण दर्ज नहीं करने एवं दबाव में दर्ज किए जाने के बाद भी चोरों को पकडने के बजाए एफआर लगाने की शिकायतें उच्चाधिकारियों को, न्यायाधीश को करते रहे है।
डीजल की जगह ले रहे काम, थोडे से लालच में जान डालते खतरे में।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विद्युत टांसफारमर में डलने वाला तेल डीजल में मिलता जुलता ही होता है एवं इसी कारण चोरों द्वारा इस तेल को चुरा कर अपनी गाड़ियों में डीजल की जगह पर प्रयुक्त किया जा रहा है। शुक्रवार सुबह पकडे गए चोर ने भी चोरी किया गया तेल अपने ट्रेक्टर की टंकी में डाल रखा था और इसी तेल से गाडी चला कर भागने की फिराक में था। चोरों द्वारा इसे सस्ता डीजल बता कर गांवों में ट्रेक्टर चालकों को बेच भी दिया जाता है। इस थोडे से लालच में यह चोर अपनी जान को जोखीम में डाल रहे है। पुलिस द्वारा भी ट्रांसफारमर चोरी को गंभीरता से नहीं लेने के कारण इन चोरों के हौंसलें बुलंद हो रहे है एवं आए दिन ट्रांसफारमरों से तेल चोरी के प्रकरण सामने आ रहे है। लेकिन विडम्बना यह है कि तेल चोरी से चोरों को जहां थोडे से रुपयों का लाभ होता है वहीं तेल चोरी होने के बाद लोढ अधिक होने के कारण यह ट्रांसफारमर जल जाते है एवं जनता के लाखों रुपए का नुकसान निगम को होता है। ऐसे में समस्त क्षेत्रवासियों की यह जिम्मेवारी बनती है कि जनता के पैसों से खरीदे जाने वाले ट्रांसफारमरों की रक्षा के लिए जागरूक बनें।