श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 19 सितंबर 2020। अधिक मास शुरू हो गया है और आज अधिक मास का दूसरा दिन है। आज अधिक आश्विन शुक्लपक्ष द्वितीया दिन 12 बजकर 20 मिनट के उपरांत तृतीया हो जाएगी।
सूर्योदय 06:11
सूर्यास्त 06:18
॥ दिन का चौघड़िया ॥
१ – काल=06:28~07:58
२ – शुभ=07:58~09:29
३ – रोग=09:29~11:00
४ – उद्वेग=11:00~12:30
५ – चर=12:30~02:01
६ – लाभ=02:01~03:31
७ – अमृत=03:31~05:02
८ – काल=05:02~06:33
॥रात्रि का चौघड़िया॥
१ – लाभ=06:33~08:02
२ – उद्वेग=08:02~09:32
३ – शुभ=09:32~11:01
४ – अमृत=11:01~12:30
५ – चर =12:30~02:00
६ – रोग=02:00~03:29
७ – काल =03:29~04:59
८ – लाभ=04:59~06:28
आइए जानते है मलमास के बारे में विशेष– हिंदू धर्म में मलमास का महीना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। इसे अधिकमास के नाम से भी जाना जाता है। आपको बता दें कि इस साल मलमास पर 160 साल बाद शुभ संयोग बन रहा है। मलमास 18 सितंबर 2020 से आरंभ हो रहा है और 16 अक्टूबर 2020 को समाप्त होगा। 17 अक्टूबर से शरदीय नवरात्रि का पर्व आरंभ हो जाएगा। धार्मिक मान्यता है कि अधिकमास के अधिपति स्वामी भगवान विष्णु हैं और पुरुषोत्तम भगवान विष्णु का ही एक नाम है, इसलिए अधिकमास को पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है। माना जाता है कि इस मास में कोई भी शुभ कार्य नहीं करने चाहिए। लेकिन आज हम आपको कुछ ऐसे कामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें मलमास के दौरान करना काफी फलदायी माना जाता है।
आइए जानते हैं इन कामों के बारे में- भगवान विष्णु की पूजा – मलमास में भगवान विष्णु की पूजा करना काफी उत्तम माना जाता है। इस मास में वैसे तो किसी भी शुभ कार्य करने की मनाही होती है लेकिन सत्यनारायण की पूजा करना सबसे शुभ माना जाता है। इस मास में विष्णु भगवान की पूजा करने से माता लक्ष्मी खुश होती हैं।और आपके जीवन में सुख समृद्धि आती है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप – मलमास में महामृत्युंजय मंत्र का जाप सबसे शुभ माना जाता है. ऐसे में जरूरी है कि आप इस महीने में घर पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करवाएं। ऐसा करने से घर से सभी प्रकार के दोष खत्म हो जाते हैं और घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।
यज्ञ और अनुष्ठान – मलमास का महीना यज्ञ और अनुष्ठान करने पर सर्वश्रेष्ठ माना जाता है. अधिकमास में करवाए जाने वाले यज्ञ और अनुष्ठान काफ शुभ माने जाते हैं। ऐसा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
ब्रज भूमि की यात्रा – अधिकमास में भगवान विष्णु के सभी अवतारों की पूजा करना सही माना जाता है। इस दौरान ब्रज भूमि की यात्रा करना शुभ माना जाता है। लेकिन कोरोना वायरस के कारण ब्रजभूमि की यात्रा करना काफी मुश्किल हो सकता है। ऐसे में आप घर पर रहकर ही आप पूजा करें।