श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 जुलाई 2023। सन 1924 में राजस्थान में सुअर के कारण एक किसान आंदोलन हुआ था और अब श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में किसान सुअरों से फसलों को बचाने के लिए आक्रोश के साथ आंदोलन की चेतावनी दे रहे है। श्रीडूंगरगढ़ रोही के बाद अब गांव बींझासर की रोही के खेतों में सुअरों द्वारा मूंगफली, मोठ, ग्वार, मूंग, नरमा आदि की फसलों में खासा नुकसान पहुंचा रहें है। करीब 40 के झुंड में ये सुअर फसलों की जड़ें खोद कर खा रहें है एवं एक ही रात में पूरा खेत साफ कर देतें है। सोमवार को गांव बींझासर के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधि मंडल ने कस्बे के सामाजिक कार्यकर्ता तुलसीराम चौरडिया के साथ एसडीएम श्रीडूंगरगढ़ को एवं नगरपालिका मंडल श्रीडूंगरगढ़ को ज्ञापन दिया। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि श्रीडूंगरगढ़ में सुअर पालन करने वाले लोगों द्वारा जानबूझ कर गाडियों में डाल कर बींझासर की रोही में सुअरों का झुंड छोड़ा गया है और यह सुअर दिन में रोही में छिप जातें है और रात को फसलों में नुकसान कर रहे है। ग्रामीणों ने जल्द नियंत्रण की मांग की है एवं इसके अभाव में सैंकड़ों खेतों में भयंकर नुकसान हो जाएगा।