जलदाय कार्मिकों की लापरवाही, जान पर भारी, पढ़े खबर, देखें फ़ोटो।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 मई 2021। जलदाय विभाग के कार्मिकों की पेयजल वितरण सबंधी लापरवाही के कारण कस्बे के हर वार्ड में लोग पानी की प्यास से परेशान है लेकिन कार्मिकों की फील्ड में बरती जा रही लापरवाही अब लोगों की जान पर भारी पड़ रही है। जलदाय विभाग के कार्मिकों द्वारा पाइपलाइन चेक करने के लिए वार्ड 3 में खोदा गया लापरवाही का खड्डा आज वहां के नागरिकों के लिए जान पर बन आई आफत हो गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार वार्ड 3 में ठाकुरजी मंदिर के पास शनिवार को जलदाय विभाग द्वारा करीब 6 फीट गहरा ओर 3 फीट चौड़ा गढ्ढा खोदा गया। यहाँ से गुजर रही पुरानी पाइपलाइन की जांच करने के लिए खोदे गए गड्ढे को रविवार रात को तो एंगल लगा कर सुरक्षित किया गया था के कोई गड्ढे में गिर ना जाये। लेकिन सोमवार सुबह कार्मिक यहां आए और अपने खुदाई उपकरण लेकर वहां से चले गए और गड्ढे को खुला ही छोड़ गए। थोड़ी ही देर बाद इस खड्डे में एक सांड गिर कर फंस गया और सांड क्रुद्ध हो गया जिससे नागरिकों को उसे निकालने में भी बड़ी मशक्कत करनी पड़ी। करीब डेढ़ घण्टे की मशक्कत से युवाओं ने इसे बाहर निकाला। मौके पर उपस्थित महेंद्र पारीक, उमाशंकर पारीक, रामकुमार कठौतिया, राजकुमार पारीक, श्रवण सारस्वत, बाबूलाल पुरोहित, जीवराज, चंपालाल आदि ने सामूहिक प्रयास से इसे निकाला। युवाओं ने पालिका भी सूचना दी परन्तु उन्होंने जेसीबी भेजने की बात कही तब तक सांड को हो रही तकलीफ देख नहीं पाए और इन युवाओं ने ही जुगाड़ तकनीक के सहारे सांड को बाहर निकाला। मोहल्ले के युवाओ ने बिना नगरपालिका की अनुमति के सड़क तोड़ कर गड्ढा करने और बाद में उसे वापस सही नहीं करने के बजाय खुला छोड़ कर ही चले जाने के कारण रोष जताया है। इसी प्रकार वार्ड 15 में भी लगातार पेयजल किल्लत की शिकायतों के बाद दो दिन पहले वहां जलदाय विभाग के कार्मिक पहुंचे और लाइन चेक करने के लिए वहां भी गहरा गड्ढा खोद दिया गया। दो दिनों से वहां भी गहरा खड्डा किसी के लिए भी जानलेवा बन सकता है। ऐसे में मोहल्लेवासी उसकी चौकीदारी कर रहे है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। जलदाय विभाग द्वारा खोदे गए गढ्ढे में गिरा सांड।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। आखिर डेढ़ घण्टे की कड़ी मशक्कत से युवाओं ने सांड को गढ्ढे से बाहर निकाला।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सांड भी क्रुद्ध हो गया व युवाओं से उसे निकालने के प्रयास किए।