श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 फरवरी 2021। आज श्रीडूंगरगढ़ में किसान आंदोलन के समर्थन में व कृषि कानूनों के विरोध में चक्का जाम किया गया। 12 से 3 हुए चक्का जाम में क्षेत्र की राजनीति का एक उजला पक्ष भी सामने आया और वे युवा कार्यकर्ता जो विभिन्न विचारधाराओं के संगठनों से जुड़े है किसान हित में एकजुट हुए व एम्बुलेंस को बिना किसी अवरोध के जाने दिया व बीकानेर में आज गेट की परीक्षा में शामिल होने जा रहें छात्रों को भी नहीं रोका गया। इन युवाओं का कहना था कि बीमार की दवा में विलम्ब करना और किसी छात्र के भविष्य से खिलवाड़ करना हमारा मकसद ही नहीं था और चक्का जाम का उद्देश्य नए कृषि कानूनों का पूरजोर विरोध प्रकट करना था। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले क्षेत्र के कांग्रेस, यूथ कांग्रेस, माकपा, भाजपा, रालोपा, बसपा सहित विभिन्न छात्र संगठनों से भी कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।
ये शामिल रहें
सेरूणा बोर्डर पर विधायक गिरधारीलाल महिया की अगुवाई में पंचायत समिति सदस्य ओमप्रकाश नायक, दुलचासर के मोडाराम महिया, किसान सभा तहसील अध्यक्ष अमर गिरी, मोहन भादू, गोपाल, मुखराम गोदारा, नारायण मेघवाल, सीताराम शेरूणा आदि सक्रिय रहे।
गुसाईंसर बड़ा बोर्डर पर यूथ कांग्रेस के हरिराम बाना की अगुवाई में नंदराम गोदारा, मनोज गोदारा, दुलाराम मेघवाल, मुखराम गोदारा, राकेश सारण, पिथाराम गोदारा, नंदू स्वामी, श्यामसुंदर गोदारा, मनोज शर्मा, जगदीश प्रसाद वकील बाना, महेंद्र मोटसरा, जगराम बाना आदि युवा किसान शामिल हुए।
घूमचक्कर पर किसान नेता पूनमचंद नैण सहित कांग्रेस के विमल भाटी, दलित नेता राजेन्द्र बापेऊ, भाजपा के जिज्ञासु सिद्ध, रालोपा से डॉ. विवेक माचरा, बसपा से कमल बापेऊ सहित कई नेताओं ने अगुवाई की।
कितासर बॉर्डर पर किसान नेता श्याम सुंदर आर्य, उपप्रधान प्रतिनिधि मालचंद नैण, और एसएफआई के मुकेश सिद्ध ने किसानों की अगुवाई की।
आड़सर बॉर्डर पर मोडाराम तर्ड, श्रवणराम भाम्भू, बिरबलराम देहडू सहित किसान नेता अगुवाई में रहे।
बाना बॉर्डर पर गांव बाना के पूर्व सरपंच भंवरलाल बाना की अगुवाई में किसानों ने रास्ते बंद किए।