श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 दिसम्बर 2020। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में चिकित्सा सुविधाओं में लगातार विस्तार हो रहा है। डॉ. प्रणाली जैन व डॉ. गौरव दाधीच की टीम ने एक सीवियर डिलेवरी केस को नॉर्मल सॉल्व कर जच्चा-बच्चा को सुरक्षित बच्ची की दादी शांति देवी को सौंपा। कस्बे के धन्वंतरि हॉस्पिटल की इस मेडिकल टीम को बधाई देने दुसारणा बड़ा से दादा लक्ष्मणराम जाट व कल्याणसर पुराना से नाना रामलाल जाट पहुंचे और आशीर्वाद से टीम की झोली भर दी। टाइम्स से बातचीत में दुसारणा निवासी मनोज कुमार जाट ने बताया कि मेरी पत्नी सावित्री देवी सीवियर अस्थमे से पीड़ित होने के कारण हमने दो साल पहले 9 माह बाद जन्म होने पर भी बच्चे को गंवा दिया था। और उसके बाद इस बार समय से पहले ही साढ़े सात माह में पत्नी के दर्द आने से हम डर ही गए और पुनः उसी भय से कांप गए। कहाँ जाएं सोच ही रहे थे तभी श्रीडूंगरगढ़ घूमचक्कर निवासी एक रिश्तेदार ने डॉ. प्रणाली जैन के बारे में जानकारी दी और हम गांव से सीधे यहां आए। हमारा निर्णय सही रहा जो हमारे आंगन में लक्ष्मी के रूप में बालिका आई है। डॉ. प्रणाली जैन ने टाइम्स को बताया कि कोविड के खतरे के चलते अस्थमा की पेशंट की डिलेवरी खतरे से खाली नहीं थी वह भी मात्र साढ़े सात माह के बच्चे की। सावित्री दर्द शुरू होने पर ही पहुंची और दर्द ऐसा जिसे रोका नहीं जा सकता था। हमने समय कम देखते हुए उन्हें बीकानेर भेजने की बजाय केस को लिया और पूरी टीम ने धैर्य के साथ नॉर्मल डिलेवरी करवाने में सफलता पाई। डॉ जैन ने कहा कि बच्चे के बिल्कुल ठीक होने में उसके जन्म के गोल्डन मिनिट्स से लेकर उसके नॉर्मल होने तक डॉ. गौरव दाधीज का उल्लेखनीय योगदान रहा है। जच्चा बच्चा के स्वस्थ होने पर गुरुवार को उन्हें घर भेजा गया जिसे अस्पताल के पूरे स्टॉफ ने विदाई दी। सावित्री देवी ने टाइम्स को कहा कि मैडम का महिलाओं से व्यवहार इतना प्रेमभरा व सम्मानजनक है कि मरीज का आधा दुख दर्द उनसे बात करने से ठीक हो जाता है। सावित्री देवी ने कहा कि मैं और मेरा परिवार बहुत खुश है और पूरे स्टाफ को जितना आभार देवें कम ही है।
धन्वतंरी अस्पताल के व्यवस्थापक ने कहा ये..
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। धन्वतंरी अस्पताल के व्यवस्थापक देवेंन्द्र पालीवाल ने पूरी मेडिकल टीम का आभार जताते हुए कहा कि माँ और बच्चे दोनों को ही बचाना चुनौतीपूर्ण था परन्तु हमारी टीम ने ये कर दिखाया। पालीवाल ने कहा कि 1.1 किलोग्राम की बेबी पैदा हुई और बाहरी वातावरण में अब वो पूरी तरह से सांमजस्य करने में सक्षम हो गई है और 1.6 किलाग्राम की होकर अपने घर रवाना हुई है। डॉ. प्रेरणा जैन नॉर्मल, सिजेरियन सहित सभी प्रकार की सेफ डिलेवरी करवाने में पूरी सक्षम है और उनकी पूरी टीम लगातार बेहतर परिणाम दे रही है।