March 29, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 21 जनवरी 2020। सेहतमंद रहने के लिए जितनी प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल किया जाए, उतना बेहतर है। ऐसी ही प्राकृतिक चीजों में शामिल है अलसी। www.myUpchar.com से जुड़े डॉ. लक्ष्मीदत्ता शुक्ला के अनुसार, वर्तमान में समय में स्वस्थ्य रहने में अलसी बहुत मददगार साबित होती है। यह एक महत्वपूर्ण जड़ी बूटी है, जो प्रोटीन से भरपूर है। इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड है। अब तो बाजार में अलसी के सप्लिमेंट भी आ गए हैं, जिन्हें खानपान में शामिल कर सेहत का लाभ पाया जा सकता है।

वजन कम करने में सहायक होता है अलसी का पावडर
डॉ. लक्ष्मीदत्त शुक्ला बताते हैं, ‘अलसी के बीज में ओमेगा-3 फैटी एसिड के साथ ही फाइबर और लिगनेन होते हैं, जो वजन कम करने में सहायक पाए गए हैं। इसके सेवन से शरीर को स्वस्थ्य वसा मिलती है। साथ ही फाइबर पेट भरने का अनुभव देता है। इसका सेवन करने के बाद लंबे समय तक भूख का अहसास नहीं होता है।’ अलसी में विटामिन बी, पोटेशियम, मैग्निशियम और जस्ता भरपूर मात्रा में होते हैं। ये भी वजन घटाने में सहायक हैं।

अलसी प्रोटीन से भरपूर है। 100 ग्राम अलसी में 18 ग्राम प्रोटीन होता है। प्रोटीन भी वजन कम करने में मदद करता है। इसलिए बढ़ा हुआ वजन कंट्रोल करना चाहते हैं तो अलसी का सेवन करें। अलसी के सेवन का सबसे अच्छा तरीका है इसके बीज या बीज के पाउडर का सेवन। इस पावडर को सूप, सलाद, सब्जी, दही या मिक्स जूस के साथ सेवन किया जा सकता है।

बीमारियों की रोकथाम में उपयोगी अलसी

अलसी कई गंभीर बीमारियों की रोकथाम में उपयोगी है। अमेरिकी कैंसर अनुसंधानकर्ताओं के अध्ययन में संकेत मिले हैं कि कैंसर के जोखिम को अलसी के बीज से कम किया जा सकता है। इससे प्रोस्टेट, डिम्बग्रंथि, स्तन कैंसर और पेट के कैंसर से लड़ने में सहायक है। अलसी के बीज का प्रतिदिन सेवन किया जाए तो टाइप-2 डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर को कंट्रोल किया जा सकता है। 12 हफ्तों तक अलसी के बीज का सेवन करने से ब्लड शुगर कंट्रोल रहती है।

अलसी में खूब फाइबर होता है, जो पाचन तंत्र को सुधारता है। यह कब्ज से छुटकारा पाने का कारगर साधन है। यह आंतों को भी नरम करता है।

अलसी के बीज में घुलनशील और अघुलनशील, दोनों फाइबर होते हैं, तो विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद करते हैं। जब विषाक्त पदार्थ शरीर से बाहर निकलते हैं तो थकान, कमजोरी, सूजन की समस्या भी दूर हो जाती है।

ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर होने के कारण अलसी बालों के लिए भी जादूई औषधि है। इससे न सिर्फ बाल स्वस्थ्य होते हैं, बल्कि सिर की त्वचा को भी पोषण मिलता है। नियमित रूप से इसका सेवन करने वालों को डैंड्रफ, खुजली और बालों का झड़ना जैसी समस्याएं नहीं होती हैं।

अलसी के सेवन में बरतें ये सावधानियां

अलसी गुणकारी है, लेकिन इसका सेवन करते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। जैसे – गर्भवती महिलाओं या स्तनपान करवा रही महिलाओं के लिए अलसी को सही नहीं माना जाता। जो लोग खून पतला करने का दवाएं ले रहे हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह के बाद ही अलसी खाना चाहिए। डायबिटीज के मरीज इसका सेवन जरूर करें, लेकिन ब्लड शुगर की जांच भी करवाते रहें।

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