श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 23 मई 2021। श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में कोरोना रोगियों के लिए उपचार की व्यवस्था में कोविड केयर सेंटर तो बना दिया गया है और टीकाकरण भी कस्बे के राजकीय अस्पताल में किया जा रहा है। अब हाल ये है कि कोविड केयर सेंटर के कक्ष के पास ही बने जच्चा बच्चा वार्ड में भर्ती मरीज के साथ उनके परिजन भी इस कोविड केयर सेंटर से भयभीत हो उठते है। क्योंकि कोरोना संक्रमण जच्चा या बच्चा तक नहीं पहुंच जाए और यहां कोरोना संक्रमितों के परिजन भी आते जाते है जिससे वे संक्रमण की चपेट में हुए तो खतरा दुगुना होगा। पूर्व जिलापरिषद सदस्य हेमनाथ जाखड़ ने इस संबंध में मुख्यमंत्री तक इसे अन्यत्र शिफ्ट करने की मांग भी की गई। अब शनिवार को अस्पताल के नर्सिंग कर्मियों ने भी सीएमएचओ के सामने विरोध जताते हुए ज्ञापन दिया। ज्ञापन में नवजात बच्चों के पास कोरोना सेंटर का जमकर विरोध किया गया है। यहां आने वाले परिजन भी स्टॉफ से लगातार इसे हटाने की शिकायत कर रहें है। ऐसे में प्रशासन को कोई कदम उठाने के लिए सोचना ही चाहिए क्योंकि सवाल नवजात शिशुओं की सुरक्षा का है।
अब दूसरा सवाल लगातार टीकाकरण का उठ रहा है। अस्पताल में ऊपर की ओर एक कक्ष में टीकाकरण स्थल बनाया गया है। यहां स्थान की कमी के कारण भारी भीड़ का आलम रोजाना ही देखने को मिलता है। यहां टीकाकरण दिवस पर भीड़ के फोटो व विडियो सोशल मिडिया पर लगातार प्रकाशित होते है और प्रशासन यहां अभी तक कोई व्यवस्था करवाने में विफल ही रहा है। यहां सीढियां भी ऊंची नीची होने के कारण बुजुर्गों को टीकाकरण करवाने में भारी समस्या का सामना भी करना पड़ रहा है। यहां आने वाले बुजुर्ग लगातार ये शिकायत कर रहें है कि टीकाकरण स्थल ऊंचाई पर नहीं हो और थोड़ी खुली जगह में हो। अब जरूरत है कि अस्पताल से टीकाकरण स्थान भी परिवर्तन किया जाए। बता देवें की पूर्व में भी कोरोना जांच के लिए सामने ही स्थित राजकीय विद्यालय के दक्षिण दिशा वाले गेट से पीछे के दो बड़े कक्षों को लिया गया था। अब भी कोविड सेंटर व टीकाकरण स्थल वहां शिफ्ट कर दिए जाए तो स्टाफ सहित नागरिकों को भी इस भय से मुक्ति मिल सकेगी। विद्यालय के बड़े मैदान का उपयोग भी सोशल डिस्टेसिंग से खड़े होने व टीकाकरण की सुविधा के लिए वरदान साबित हो सकेगा जिससे कोरोना का टीका लगवाने आए नागरिक भी सुरक्षित हो सकेंगे।




