परेशान कर्मचारी पहुंचे एसपी के पास, दी परिवाद, सफाई कर्मी कर रहें है तबादले की गुहार।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 मई 2022। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका कोर्ट को फर्जी जानकारी देकर हाई कोर्ट के फैसले के बदले चलपीठ कोर्ट से स्टे लाने वाले ईओ के शक्ति प्रदर्शन का अखाड़ा बन गया है। ईओ के खिलाफ कर्मचारियों ने विभागीय अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है व ईओ भी पेन डाउन हड़ताल करने वाले इन कर्मचारियों के खिलाफ लगातार आदेश पर आदेश जारी कर रहें है। प्रेस वार्ता कर अपनी सफाई पेश करने वाले ईओ के खिलाफ आज वरिष्ठ प्रारूपकार यशवंत बाजिया एसपी कार्यालय में पेश हुए व अपनी परिवाद देते हुए ईओ भवानीशंकर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। बाजिया ने परिवाद में पुलिस को बताया कि मेरी सामाजिक छवि को गिराने की नियत से सोमवार को ईओ भवानी शंकर व्यास, कृष्ण कुमार छाबा, गोपाल छापोला, नंदू नाई, कमल नाई, प्रेम कुमार सारस्वत ने एक राय होकर अनाधिकृत रूप से मेरे निजी आवास में घुसे। इन्होंने बिना पुलिस कर्मी की उपस्थिति के, बिना किसी सूचना व नोटिस के मेरे निवास की तलाशी ली। उन्हें किसी प्रकार का कोई सरकारी दस्तावेज मेरे घर पर नहीं मिला तो मुझे नौकरी से निलम्बित करने की धमकी देते हुए बुरी तरह से मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। बाजिया ने एसपी से कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए श्रीडूंगरगढ़ थाने के अतिरिक्त अन्य किसी थाने से जांच करवाने की अपील भी की है। बता देवें हर मौहल्ले, हर नुक्कड़ पर चर्चा पालिका की ही हो रही है और नागरिक ईओ का समर्थन करने वालों से सवाल पूछ रहें है। श्रीडूंगरगढ़ के इतिहास में संभवतः पहली बार पालिका की लोकतांत्रिक छवि को धूमिल करने का कार्य बोर्ड व अधिकारी ने किया है। क्षेत्र में हर व्यक्ति की जुंबा पर इनके भ्रष्टाचार का बोलबाला है। सफाई कर्मचारी भी जनप्रतिनिधियों से डिजायर लिखवा कर यहां से तबादले के लिए पहुंच रहें है। निराश कार्मिकों का कहना है कि शायद ही किसी अन्य पालिका में इतना भ्रष्ट सिस्टम देखा गया हो। बता देवें श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स जनता के साथ है और जनता के हित में लगातार राजनीतिक व प्रशासनिक गलियारों में आवाज बुलंद करेगा।