March 29, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 अप्रेल 2020। पूरा देश फिलहाल कोरोना वायरस के प्रसार को कम करने की कोशिश में सोशल डिस्टेंसिंग अपना रहा है। घर पर परिवार के साथ समय बिताने के साथ, लोग खुद की केयर के लिए भी कई तरीके अपना रहे हैं। लेकिन इस दौरान बहुत अधिक रिलैक्सेशन आसानी से उनकी रोजाना की दिनचर्या को बिगाड़ रहा है। कई लोग घर से बैठकर ही ऑफिस का काम कर रहे हैं तो ऐसे लोगों की कमी नहीं है जो कि बिगड़ी दिनचर्या के कारण क्वॉरेंटीन के दौरान वजन पर नियंत्रण खो रहे हैं। इस दौरान घर के माहौल में वजन बढ़ने की काफी आशंका है। www.myupchar.com से जुड़े एम्स के डॉ. अनुराग शाही का कहना है कि अस्वस्थ जीवनशैली, तनाव और खानपान को लेकर लापरवाही मोटापे का कारण बनता जा रहा है। ये मोटापा कई अन्य गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा कर सकता है। कोरोना वायरल लॉकडाउन के कारण क्वॉरेंटीन में रह रहे लोग ऐसी कुछ गलतियां कर रहे हैं जो कि जाने या अनजाने में वजन में बढ़ोतरी की वजह बन रहा है। जानिए कौन-सी गलतियां हैं जो लॉकडाउन पीरियड के दौरान अतिरिक्त वजन बढ़ाने का कारण बन रही है।

ओवरस्नेकिंग
कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए महत्वपूर्ण कारकों में से एक मजबूत इम्यून सिस्टम है। कई स्वास्थ्य विशेषज्ञ नियमित रूप से लॉकडाउन के दौरान लोगों को केवल घर का बना खाना खाने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि, जब लोग घर पर फंस गए हैं तो इसमें अनहेल्दी खाने की आदत बढ़ने की आशंका है। यह भी देखा जाता है कि व्यक्ति आराम करते समय अधिक नाश्ता भी कर सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है। घर में रहते हुए कुछ न कुछ खाने की आदत यानी ओवरस्नेकिंग वजन बढ़ने का बड़ा कारण है।

खाने का अनियमित पैटर्न
ऐसा नहीं है कि हमेशा व्यक्ति क्या खाता है वह वजन बढ़ने का कारण हो, बल्कि कब खाता है यह भी उसके वजन बढ़ने का कारण बन जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि बॉडी क्लॉक, मेटाबॉलिज्म और पाचन जटिल तरीकों से एक-दूसरे से जुड़े रहते हैं। जैसा कि इस लॉकडाउन पीरियड के दौरान करने के लिए कम चीजें होती है तो किसी भी समय पर भोजन करने लगते हैं। शोधकर्ताओं ने यह भी पाया है कि खाने का अनियमित पैटर्न वजन बढ़ाने में योगदान कर सकता है।

खराब नींद
लॉकडाउन में कई लोग डर, चिंता, तनाव के साथ-साथ ऊब का अनुभव कर रहे हैं, जिससे रातों की नींद खराब हो सकती है। लेकिन जब सोने का समय अनियमित हो जाता है, तो वजन बढ़ जाता है। विभिन्न शोधों के अनुसार, खराब नींद उन हार्मोन को प्रभावित कर सकती है जो भूख को नियंत्रित करते हैं। नींद की कमी से लेप्टिन कम हो जाता है। यह वह हार्मोन है जो भूख को दबाता है और शरीर को ऊर्जा खर्च करने के लिए प्रोत्साहित करता है। www.myupchar.com से जुड़े डॉ. नबी वली का कहना है कि अनिद्रा मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य के प्रति जोखिम को बढ़ा सकती है। यह इम्यून सिस्टम को कमजोर करने के साथ-साथ मोटापे के जोखिम को भी बढ़ा सकती है।

क्वॉरेंटीन में ऐसे कम करें वजन
चाहे लक्ष्य वजन बढ़ाना हो या वजन कम करना, कुछ चीजें हैं जिनका अभ्यास इस लॉकडाउन पीरियड में वजन को मैनेज करने के लिए किया जा सकता है। इसके कुछ टिप्स में खुद को व्यस्त रखना शामिल है। इसके अलावा, शरीर को स्वस्थ रखने के लिए शारीरिक रूप से सक्रिय होना भी महत्वपूर्ण है। प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक व्यायाम करना लोगों के लिए एक स्टैंडर्ड रूटीन होना चाहिए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!