श्रीडूंगरगढ टाइम्स 6 मार्च 2020। गुरूवार रात मौसम के बिगड़े मिजाज से मार्च माह में सारी रात रूक रूक कर बरसे। इन बरसते बादलों ने क्षेत्रीय किसानों की धड़कन बढा दी है उन्हें फसल खराब होने व नुकसान की चिंता ने रात भर सोने नहीं दिया। किसानों ने बरसात रूकने के लिए लोकदेवता की बोलवा कर रहे है। राज्य में कई जगह हुई ओलावृष्टि और बीकानेर जिले में भी ओलावृष्टि की चेतावनी की खबरों ने किसानों की नींद उड़ा दी है।
खेतों में खड़ी चने, गेहुं, सरसों की फसलों की आस में किसान रात दिन मेहनत में जुटें है। बेमौसम बरसात ने पूर्व में भी मूंगफली, बाजरा, मुंग, मोठ की फसलों को बरबाद कर दिया था अब इस रबी की फसल से किसानों की उम्मीदें जगी थी। किसान अब बारिश थमने की प्राथनाऐं कर रहें है। गांव सातलेरा के किसान रामचंद्र मेघवाल, मोटाराम, मालाराम तावणिया, मामराज आदि उदास स्वर में कहा कि अब भगवान का ही सहारा है। मालाराम ने कहा कि अब फसलें पूरी पकाव पर खड़ी है और बुंदाबांदी से चनों में फायदा था वहीं अगर तुफानी हवा या ओलावृष्टि हो गई तो किसानों की तो कमर ही टूट जाएगी।



