श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 दिसम्बर 2019। आज वर्ष के अंतिम दिन जब दिसम्बर के साथ ही 2019 का साथ छुटने को है। नये को अपनाने की खुशी में कहीं बीते हुए का गम भी रह ही जाता है। श्रीडूंगरगढ में भी 2019 के खास पल कुछ खट्टे कुछ मीठे जो कस्बेवासियों के मन में याद बन कर बसे रहेगें।
1- कस्बे के सबसे प्राचीन मंदिर में शताब्दी समारोह मनाया गया
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स । कस्बे के आडसर बास में सत्यनारायण मंदिर के 100 वर्ष पूर्ण होने पर भव्य शताब्दी समारोह 10 अक्टूबर 2019 को धूमधाम से मनाया गया। आयोजन समिति ने सत्यनारायण मंदिर का तीन दिवसीय शताब्दी समारोह भजन, सत्संग, शिव अभिषेक, शोभायात्रा, प्रात: प्रार्थना, गीता पाठ, सुदंरकांड, सत्यनारायण कथा के साथ महाप्रसादी का आयोजन किया गया। जिसमें कस्बे सहित आस पास के गांवों से भी सैंकड़ों भक्तों ने भाग लिया। आयोजन को सफल बनाने के लिए मन्दिर के निर्माता मूंधड़ा परिवार सहित मंदिर से जुड़ें प्रत्येक भक्त अपनी सेवाएं दी।
2- कस्बे में हुई 24 घंटो में 18 से अधिक मौते
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कस्बे के नागरिकों ने 3 दिन में 20 मौतों के साथ मौत का जो मंजर देखा व 2019 की सबसे दुखद घटना में शामिल हो गया। लखासर बस स्टेण्ड पर एक ही परिवार के 4 जनों पर तेज रफ्तार कार चढ़ गयी जिससे दादा पोती के साथ 2 नन्हीं मासूम ने जान से हाथ धोये। 18 नवंबर 2019 को अलसाई सुबह में कस्बेवासियों की आँख ही नहीं खुल पाई उससे पहले ही भीषण दुर्घटना में 14 लोगों की जान चली गयी। बिग्गा के पास 2 यवकों ने पीकअप से टक्कर में जान गंवा दी। 24 घंटो में नेशनल हाइंवे पर 2 अलग अलग दुर्घटनाओं में 16 से अधिक मौतों का दर्दनाक मंजर देखा। झंझेऊ के पास प्राइवेट बस ट्रक से टकराई जिससे 14 जनों की मौत ने जिले का पूरे प्रशासन को हिला दिया। श्रीडूंगरगढ में ट्रोमा सेंटर की मांग उठने लगी और आज तक लगातार अलग-अलग नेताओं व संगठनों द्वारा यह मांग उठाई जा रही है। नागरिकों ने श्रद्धाजंलि देने के साथ घायलों के स्वस्थ होने की प्रार्थनाएं भी की। हादसे की भयावहता ये थी की एक बारगी तो मौके पर उपस्थित पुलिस कर्मी भी हील से गए। पुलिस प्रशासन श्रीडूंगरगढ़ सीओ, श्रीडूंगरगढ़ सीआई, सेरूणा सीआई, मौके पर पहुंचे व बस और ट्रक मं लगी आग बुझाने के लिए श्रीडूंगरगढ़ से दमकल भी पहुंची है और एक बार दोनो ओर का यातायात रोक दिया गया था।
3- कस्बे के सरार्फा व्यापारी के साथ हुई बड़ी लूट-
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। ठुकरियासर के सरार्फा व्यापारी के साथ लूटेरों ने बड़ी लूट को अंजाम दिया। स्वर्णकार समाज इसके बाद सुरक्षा के प्रति आश्वस्त होना चाहते थे। समाज ने दिल्ली बीकानेर स्टेट हाईवे पर हुई लूट में लुटरों को गिरफ्तार करने की मांग भी की। परन्तु पुलिस प्रशासन इस वारदात का खुलासा करने में असफल रही।
4- नई पंचायतों का गठन हुआ
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। राजनीतिक दांवपेंच के कारण एक ओर नई पंचायत समिति तो क्षेत्र में नही बन पाई लेकिन क्षेत्र में 11 नई पंचायतों का गठन कर दिया गया है। अब श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति में 42 ग्राम पंचायतों के स्थान पर 53 ग्राम पंचायते हो गयी है। हालांकि नयी पंचायत समिति ऊपनी बनाने व न बनाने पर घमासान में क्षेत्र में सभी नेतागण शामिल रहे और आखिरकार नई पंचायत स्वीकार नहीं हो सकी। हालांकि बुद्धिजीवी वर्ग का कहना था कि अगर पंचायत समिति श्रीडूंगरगढ द्वितीय बना दी जाए तो विकास की नई राहें क्षेत्र में खुल सकती थी परन्तु यह मलाल 2019 में रह गया।
5- किसानों की फसलों का 70 प्रतिशत खराबा
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र में किसानों के लिए 2019 सुखद साबित नहीं हुआ और बेमौसम बरसात से तहसील की 70% फसल बरबाद हो गयी और कहीं तो शत प्रतिशत फसलों का नुकसान हो गया। विधायक गिरधारी लाल महिया ने पीड़ित किसान परिवारों को अकाल राहत व मनरेगा के तहत रोजगार उपलब्ध करवाने की मांग विधानसभा तक उठाई। बारानी क्षेत्र के खेतों में मोठ, ग्वार व बाजरा की फसल को बहुत नुकसान पहुंचा और बरसात के कारण दाना काला पड़ने से उत्पादन पर भी हुआ। किसानों को आर्थिक संकट का सामना करना पड़ा।
6- शहर में सरकार होगी अब 40 वार्डों की।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। वर्ष 2019 में श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका क्षेत्र का भी परिसिमन हुआ है एवं शहर के 30 वार्डों की संख्या बढा कर 40 वार्ड कर दिए गए है। हालांकी इन वार्डों के निर्माण में भाजपा द्वारा कांग्रेस को लाभ पहुंचाने के आरोप भी लगाया गया एवं वार्डों के परिसिमन में असमानताएं भी देखी गई है। लेकिन आज भी कस्बे के अधिकाशं लोगों के नए वार्डों की सीमाएं तक नहीं पता है तो विरोध के स्वर कहीं दबे से रह गए। जब अगस्त 2020 में नगरपालिका चुनाव होगें तब जनता का असली विरोध सामने आएगा।
7- राममंदिर निर्माण के फैसले पर कस्बे ने दिखाया सौहार्द
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। राम मंदिर पर आने वाले फैसले के मद्देनजर श्रीडूंगरगढ़ कस्बा पूरे जिले में प्रशासन के लिए सर्वाधिक चिंता का विषय बना हुआ था लेकिन फैसले के बाद स्थानीय नागरिकों द्वारा दिखाई गई सदभावना के लिए श्रीडूंगरगढ़ की जनता साधुवाद की रही। फैसले के बाद उन्मादी स्थिति को दूर करने के लिए मुस्लिमों द्वारा हिंदुओं को राधेकृष्ण प्रतिमा भेंट करने की सामाजिक सदभावना मिसाल भी श्रीडूंगरगढ़ वासियों ने प्रस्तुत की जो 2019 का अविस्मरणीय पल रहा। मुस्लिम व्यापारियों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष को राधेकृष्ण प्रतिमा भेंट की तथा श्रीडूंगरगढ तहसील के गांव सूडसर में व्यापारियों ने सदभावना की मिसाल प्रस्तुत की है। सूडसर बाजार के व्यापारी मंजुर अली एवं फारुख अली ने राम मंदिर पर फैसला आने के बाद पहल करते हुए व्यापार मंडल अध्यक्ष सोहनदास स्वामी को राधेकृष्ण प्रतिमा प्रदान की एवं देश व क्षेत्र में सामाजिक सदभाव बने रहने की कामना की।
8- हाई प्रोफाइल रेप केस
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। कस्बे में डॉक्टर जैसे गरिमामय पेशे की धज्जियां बिखरते हुए एक डॉक्टर ने अपने ही स्टाफ की महिला से धोखा करते हुए उसकी अस्मत से करीब 3 साल खिलवाड़ किया। । 4 अक्टूबर 2019 को महिला ने केस दर्ज करवाया जिसमें 2019 के जाते जाते आरोपी की गिरफ्तारी भी श्रीडूंरगढ पुलिस ने कर ही ली। मामला हाईप्रोफाइल होने के कारण क्षेत्र सहित राज्य भर में चर्चा का विषय रहा।
9- किसी ओर का शव पंहुचा श्रीडूंगरगढ
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कस्बे में 2019 में एक अनोखा सा मामला सामने आया। 5 सितम्बर 2019 कालुबास निवासी ओर मुम्बई प्रवासी सीताराम पुरोहित का ह्रदयाघात से निधन मुम्बई में हो गया परन्तु कोरियर सेवा की गल्ती के कारण जो ताबूत श्रीडूंगरगढ पंहुचा उसमें शव किसी और का देख परिजन स्तब्ध रह गया। हालांकि अगले ही दिन सही शव पंहुच गया और परिवारजनों ने दाहसंस्कार पूर्ण किया।
10- महिला शक्ति ने राज्य सरकार तक दिखाया दमखम
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। उपस्वास्थ्य केन्द्र के भवन निर्माण की मांग को लेकर बरजांगसर सरपंच प्रियंका सिहाग अपने ही गांव की महिलाओं के साथ अनशन पर बैठी और क्षेत्र के लोगों ने किसी महिला द्वारा किया पहला सफल आन्दोलन देखा। 2019 की हमारे क्षेत्र में ये बड़ी उपलब्धि रही कि महिलाएं अपने हक के लिए जागरूक होना सीख रही है। महिलाओं ने गांव में बिना भवन के खड़े रह कर जांच करवाना अस्वीकार कर देश में महिला सशक्तिकरण को सही दिशा दिखाई। पूरे राज्य के 10 हजार सरपंचों की अगुवाई कर रहे राजस्थान सरपंच एसोसीएशन के प्रदेशाध्यक्ष भंवरलाल जानू भी इस आन्दोलन से जुड़े और आखिरखार प्रशासन ने गांव में भवन निर्माण की मांग को स्वीकार किया।
11- प्रधान व उपप्रधान हटाये गए पद से, कस्बेवासियों ने देखा राजनीति का दंगल
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कांग्रेस और भाजपा के मध्य राजनीति का दंगल तहसील वासियों ने रोचक ढंग से देखा। श्रीडूंगरगढ पंचायत समिति श्रीडूंगरगढ़ में कांग्रेस ने भाजपा को बर्खास्त करते हुए भाजपा को पराजित करते हुए प्रधान व उपप्रधान पद पर अपना कब्जा किया। मोमासर के मघाराम मेघवाल कांग्रेस से नए प्रधान बने और केसराराम गोदारा उपप्रधान के पद पर बनाए गए। उपचुनाव में चुने गए ये नए प्रधान व उपप्रधान 7 माह के लिए चुने गए।
12- श्रीडूंगरगढ़ की बदनामी जयपुर के गलियारों तक, जनता के करोड़ो रूपयों को भ्रष्टाचार की भेंट चढा दिए गया।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। कस्बे में नागरिकों ने 2019 का ही नहीं आज तक का सबसे बड़ा घोटाला भी देखा। श्रीडूंगरगढ नगरपालिका में करोड़ो का घोटाला सामने आया तो जयपुर तक गूंज उठी और पालिका के अधिशाषि अधिकारी सहित पांच कर्मचारियों को निलम्बित किया गया। नगरपालिका में युं तो घोटालो का परचम तो सदैव लहराता है पर इस बार मामला ज्यादा उलझ गया और साथ ही उलझ गया पैसों का लेन-देन सियासी गलियारों में। नगरपालिका में भ्रष्टाचार के वायरल ऑडियो प्रकरण में मजे की बात यह है थी कि इस मामले में सभी पक्ष के विरोधियों द्वारा अपनी बदनामी बता रहे थे। परन्तु ऑडियो में पक्ष-विपक्ष सभी का नाम भ्रष्टाचार में शामिल होने की बात कही जा रही है। यह कस्बे के इतिहास का सबसे बड़ा घोटाला रहा। भाजपा, कांग्रेस सहित सभी पक्ष सफाई दे रहे थे और सभी नेता एक दूसरे पर आरोप मंढ़ रहे थे। ये विवाद वाटसअप ग्रुपों में, फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया साईटस पर खूब चला।