October 12, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 22 मार्च 2023। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में मंगलवार को चैत्री अमावस्या पर दान पुण्य का दौर चलता रहा। गौशालाओं सहित बेसहारा गौवंश की सेवा की गई वहीं एक हिरण के प्राण भी युवाओं ने बचाएं। पढ़ें क्षेत्र में अमावस्या के मौके पर हुए विभिन्न सेवा आयोजनों की सामूहिक खबर।

लिखमादेसर में हुई आजाद गौवंश की सेवा।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मंगलवार को अमावस्या के दिन लिखमादेसर गांव में श्रीजसनाथजी नवयुवक संस्था से जुड़े युवा सेवा भावी कार्यकर्ताओं ने दानदाताओं के सहयोग से गांव में घूमने वाले आजाद गौवंश की सेवा में दिन बिताया। युवाओं ने एक ट्रॉली भरकर खळ-चुरी का घोळ बनाया एवं गांव में विभिन्न जगहों के साथ साथ सीताणा जोहड़ के आजाद गोवंश को खिलाया। संस्थाध्यक्ष बनवारी पारीक ने बताया आज की सेवा में भादरनाथ, रामप्रताप सांई, रोहित, रामरतन, सोनू सांसी, नानूदास, योगेश, भैराराम आदि युवाओं ने सेवा दी एवं युवाओं की टोली हर अमावस्या पर यह सेवा कार्य करते है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव लिखमादेसर में की गई आजाद गौवंश की सेवा।

विद्यार्थियों का गौ शाला में सेवा कार्य

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मंगलवार को अमावस्या के मौके पर जयपुर पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों को सेवा महत्व समझाने के लिए गांव जैतासर स्थित शिव गौरख गौ चिकित्सालय गौशाला में का भ्रमण करवाया गया। इस दौरान विद्यार्थियों ने गौशाला में श्रमदान कर गौसेवा के कार्य किए। निदेशक कुम्भाराम घिन्टाला द्वारा गाय का धार्मिक एवं सामाजिक महत्व समझाते हुए गौसेवा को जीवन में शामिल करने की प्रेरणा दी। विद्यार्थियों ने गौशाला की गायों एवं बछड़ों को गुड खिलाया गया एवं गौशाला में विभिन्न प्रकार से बीमारी से ग्रसीत गायों को देखरेख के बारे में जानकारी प्राप्त की। इस अवसर पर विद्यालय शिक्षक सत्यपाल, अन्शु शर्मा, कंचन बाला, भारती आदि ने विद्यार्थियों के साथ सेवा कार्य किया।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बच्चों ने अपने हाथों से गौवंश को खिलाया गुड़।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। जेपीएस के बच्चों ने किया गौशाला का भ्रमण, जाना गाय का महत्व।

हिरण की बचाई जान।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव सोनियासर मिठिया की अगुणी रोही में एक खेत में कुत्तों द्वारा हिरण का शिकार किए जाने की घटना में घायल हिरण को ग्रामीणों ने बचाया। गांव के देवाराम सारण ने सड़क से गुजरते हुए कुत्तों द्वारा हिरण के शिकार का प्रयास देखा एवं हिरण के चिल्लाने की आवाज सुनी तो सड़क छोड़ खेत में पहुंचा एवं वहां कुत्तों को भगा कर हिरण की जान बचाई। बाद में जीवप्रेमी बलराम मुंड, चूनाराम सारण, रामदेव धतरवाल आदि के साथ अपनी निजी गाड़ी से श्रीडूंगरगढ़ पशु चिकित्सालय लाए एवं उपचार करवा कर वन विभाग को सुपुर्द किया।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। युवाओं ने बचाई हिरण की जान।

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