श्रीडूंगरगढ़ के लोकतंत्र पर कलंक लगने से बचा।





श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 मई 2019। अपने गांव की प्रशासनिक एवं राजनैतिक उपेक्षा का आरोप लगा कर मतदान का बहिष्कार करने वाले राणासर के ग्रामीण कई प्रयासों के बाद सोमवार को करीब 4 बजे माने व लोकतंत्र के महान यज्ञ में शामिल हुए। लोकतंत्र का दायित्व है कि जो छोटा और उपेक्षित है उसे साथ लेकर चला जाये। आज अगर ये मतदान नही होता तो आजादी के इतने वर्षों बाद हमारे क्षेत्र पर ये कलंक लग जाता। विदित रहे कि इन ग्रामीणों को समझाने का मैराथन प्रयास क्षेत्र के प्रशासनिक अधिकारियों, राजनेताओं द्वारा किया गया था लेकिन ग्रामीण ठोस आश्वासन के बिना नहीं मान रहे थे। ग्रामीणों द्वारा नहीं मानने पर क्षेत्र में लोकतांत्रिक व्यवस्था पर कालिख लगना तय सा हो गया था व ऐसे में एरिया मजिस्ट्रेट वरिष्ठ आरएएस नरेन्द्र पाल सिंह व विकास अधिकारी सुनिल वर्मा

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। राणासर के ग्रामीणों से समझाईश करते जिला परिषद सीईओ व पंचायत समिति बीडीओ।

दोपहर 3 बजे गांव पहुंचें एवं ग्रामीणों से समझाईश की। एरिया मजिस्ट्रेट ने ग्रामीणों की मांगों को वाजिब बताते हुए शिघ्र अति शिघ्र पूर्ण करवाने का आश्वासन दिया एवं कुछ मतदाताओं को अपनी गाडी में बैठा कर चार किलोमीटर दूर जाखासर में स्थित मतदान बूथ तक ले गए। जिला परिषद में सीईओ की जिम्मेवारी निभा रहे नरेन्द्रपाल सिंह की इस पहल के बाद अन्य ग्रामीण मतदाता भी जाखासर पहुंचे एवं अपने मताधिकार का प्रयोग किया व श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के समस्त प्रशासनिक अधिकारियों, राजनेताओं, जागरूक लोगों पर ये कलंक लगने से बचाया।