- श्रीडूंगरगढ टाइम्स। 6 मई 2019। लोकतंत्र का महापर्व, ये चुनाव का समर हमारे क्षेत्र में आज समपन्न हुआ। 52.27 प्रतिशत मतदान के साथ लक्ष्य शत-प्रतिशत का अभी दूर है परन्तु फिर भी जिन्होनें अपनी जिम्मेदारी निभाई वे साधुवाद के पात्र है। शत प्रतिशत मतदान के लिए माहौल भी प्रशासन व राजनैतिक पार्टीयों दवारा बनाया गया परन्तु कहीं कुछ कमी रह गई। अब कम मतदान से किसे कितना फायदा होता है इसका अनुमान तो राजनैतिक विश्लेषक लगाते रहेगें। 6 मई के इस ऐतिहासिक दिन पर क्षेत्र के 236962 मतदाताओं में से 123864 ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है। अधिकाधिक मतदान के लिए प्रशासन ने प्रयास किये परन्तु सक्रिय प्रयास, लोगों को जागरूक करने के प्रयास अभी कुछ अधिक करने की आवश्यकता है। दोनो पार्टीयों के कार्यकर्ताओं ने प्रचार प्रसार में तो ताकत झोंकी लेकिन पोलिंग कराने के प्रयासों में कमजोर ही दिखे। लेकिन इस महापर्व में जिन लोगों ने भाग लिया उनका उत्साह देखते ही बनता था। कहीं पर दुल्हे की निकासी मतदान केन्द्र पर पहुंची एवं दुल्हे द्वारा बारात मतदान के बाद ही रवाना की गई तो कहीं दुल्हन फेरों से पहले वोट देने पहुंची। कहीं पर बुजुर्गों का सहारा बन युवाओं ने मतदान करवाया तो कहीं दिव्यांगों ने अपने बूते पर चल कर मतदान किया। हर बूथ पर ऐसा नजारा देखने को मिला जो लोकतंत्र के प्रति भारतवासियों के सर्मपण को जाहीर कर रहा था।






