श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 14 सितम्बर 2021। कटोरीनुमा बसे श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में तक अरबों रुपये के विकास कार्य नगरपालिका के मार्फ़त हुए होंगे लेकिन हर कार्य पिछले कार्य से बिना लेवल का होने ओर राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण ऐसे हुए की किसी कवि की पंक्ति “ज्यो ज्यो की दवा, त्यों त्यों मर्ज बढ़ता गया” श्रीडूंगरगढ़ कस्बे के लिए एकदम सटीक साबित हुई। और यही कारण रहा के श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में सामान्य बारिश के बाद ही हर ओर पानी पानी हो गया है। कस्बे में शुक्रवार से रविवार तक हुई 56 एमएम बारिश में हर जगह पानी भर गया था और सोमवार को आधे घण्टे में ही हुई 31 एमएम बारिश ने सैंकड़ो घरों, दुकानो, गलियों, सड़को को क्षतिग्रस्त कर दिया और कई क्षेत्र टापू बने नजर आएं हालांकि कम समय मे ही एकसाथ तेजी से हुई 30 एमएम बारिश के बाद नगरपालिका प्रशासन और भाजपा कार्यकर्ताओ की सक्रियता काबिलेतारीफ रही लेकिन आपदा आने से पहले व्यवस्था नही करने की आदत ने क्षेत्रवासियों को खासा परेशान किया है। तेज बारिश के बाद हुए जलभराव के साइड इफेक्ट अब पानी उतरने के साथ देखने को मिल रहे हैं और पूरे कस्बे में हर ओर कीचड़ का साम्राज्य दिखाई दे रहा है। पानी उतरने के साथ ही घरों के गिरने, धंसने का दौर शुरू हो गया है। वार्ड 12 में मालचंद सेठिया का मकान गिर गया है। इस पुराने मकान का मलबा सड़क पर आने से मार्ग ही अवरुद्ध हो गया है। इसी प्रकार कालुबास में भी एक मकान के गिरने की सूचना है।
बारिश के बाद सड़के भी धंस रही है और आडसर बास वार्ड 27 में तो 10 ट्रेक्टर ट्रॉली रेत की डलवा कर सडक का गढ्ढा भरवाया गया है। कब्रिस्तान में भी बड़ी संख्या में पुरानी कब्रें धंस गयी है। कस्बेवासियों की मांग है कि पालिका सर्वे करवा कर बारिश से प्रभावित लोगों को मुआवजा दिया जाए।