श्रीडूंगरगढ टाइम्स 5 जून 2020। कोरोना महामारी के संकटकाल में हर एक देशवासी सेवा और जनहित में अपना योगदान देना चाहता है। इसी क्रम में दो दिन पूर्व ही कस्बे के कमल किशोर नाई ने करीबन 35 दुकानों का लाखों रूपए किराया माफ कर दुकानदारों को राहत दी। अब एक प्राइवेट स्कूल द्वारा करीबन 750 विद्यार्थियों की लाखों रूपए फीस माफ कर अभिभावकों को राहत देने का ऐलान किया गया है। प्राइवेट संस्थान अपनी फीस वसूली को लेकर पहले ही नकारात्मक छवि समाज में रखते है वहीं इस फैसले से संभवत नागरिकों के मनों में भी इस छवि में कुछ सुधार हो सकेगा। कस्बे के प्राचीनतम विद्यालय में शामिल सरस्वती उच्च माध्यमिक विद्यालय में बोर्ड परीक्षाओं के छात्रों को छोड़ कर सभी छात्रों की दो माह की पूरी फीस माफ कर दी गयी है। विद्यालय के संचालक सुरेंद्र चूरा ने टाइम्स को बताया कि लॉकडाउन में सभी लोग बेरोजगार अपने घरों में बैठे थे और अभी भी व्यवसायों की रौनक लौट आने में समय लगेगा। हमारे विद्यालय में अधिकाशंत विद्यार्थी मध्यमवर्गीय परिवारों से ही है। उनकी परेशानी समझते हुए विद्यालय ने ये नैतिक निर्णय लिया है। चूरा ने बताया कि पहली कक्षा से 12वीं कक्षा तक कला व वाणिज्य वर्ग में केवल बोर्ड परीक्षाओं को छोड़ कर सभी कक्षाओं की दो माह अप्रेल व मई की फीस माफ कर दी गयी है। जिन अभिभावकों ने अग्रिम फीस जमा करवा दी है उनकी फीस का समायोजन आगे की किस्त में कर दिया जाएगा। चूरा ने कहा कि उनके दादाजी मदनलाल चूरा, व पिताजी धनपत चूरा सदैव कस्बे के सामाजिक और नैतिक उत्थान के लिए प्रयासरत रहते थे आज इस संकट की घड़ी में विद्यालय के इस फैसले से उनके द्वारा रखी इस नींव का होना सार्थक हुआ है।