श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 मार्च 2022। (कपिला स्वामी)
“डूडी के डमरू के नाद में झूमे समर्थक”
राजनैतिक गलियारों में कुछ दिन पहले सुना जाता था कि बीकानेर वाले किसान केसरी डूडी का ग्लैमर कम हो गया है। परन्तु जैसे ही डूडी को एग्रो इंडस्ट्री डवलपमेंट बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया उनके अभिनंदन के बहाने वैल-मैनेज्ड शक्ति प्रदर्शन ने साबित कर दिया कि वह पर्दे के पीछे नहीं फ्रंट पर ही खेलेंगे। स्वागत, अभिनंदन के कार्यक्रमों की चकाचौंध की चमक से विरोधियों की आंखे चोंधिया गई है। जगह जगह उनके चहेतों ने उन्हें कंधों पर उठा कर क्लियर संदेश दिया कि उनका ग्लैमर अभी कायम ही है। श्रीडूंगरगढ़ से बीकानेर पहुंचने में उन्हें सोमवार दोपहर 12 बजे से मंगलवार सुबह 4 बजे तक का समय लग गया जो एकबारगी उनकी लोकप्रियता को साबित करने के लिए काफी है। एकबार फिर उनकी की सर्वमान्य छवि भी उभर कर सामने आई और राजनीतिक विश्लेषकों ने देखा कि डूडी के डमरू के नाद में उनके कई विरोधी भी, समर्थक गुट से आगे बढ़ कर झूमते नजर आए। इसी नाद की गूंज थी के अभिनंदन के बाद सरकार की ओर से भी उन्हें केबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया गया है। यह भी सुनने में आ रहा है कि बोर्ड चेयरमैन, कैबिनेट मंत्री के बाद अब जल्द ही डूडी को राष्ट्रीय राजनीति में बड़ा पद मिलने से ओर बड़ा धमाका हो सकता है।
“बिना नुता रा पावणा घी घालु या तेल”
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कांग्रेस टीम ए के नेताजी ने गत दिनों पीसीसी अध्यक्ष के आगमन पर खुद की ओर से तो स्वागत समारोह का आयोजन तो नहीं किया लेकिन प्रदेशाध्यक्ष के साथ गाड़ी में बैठकर श्रीडूंगरगढ़ से बीकानेर की यात्रा कर अपनी पकड़ दिखा दी। लेकिन रास्ते में टीम बी के कार्यालय व शहीद कैप्टन चन्द्र चौधरी सर्किल पर किए गए स्वागत समारोहों में थोड़े असहज नजर आए और डोटासरा के हो रहे अभिनंदन को गाड़ी में बैठ कर देखते रहें। इन दोनों अभिनंदन में वे शामिल नहीं हुए ये चर्चा का विषय नहीं बना बल्कि चर्चा हुई की कांग्रेस में अंदरखाने चल क्या रहा है। बाद में वापसी पर क्षेत्रीय कांग्रेसी क्षत्रप ने डोटासरा का अभिनंदन करवा कर डैमेज कन्ट्रोल का प्रयास भी किया। अब कांग्रेस जिला अध्यक्ष की दौड़ से बाहर माने जा रहें नेताजी अपने प्रयासों में कमी नहीं रख रहें है।
“वक्त वक्त की बात है वक्त बदलता है”
स्थानीय कांग्रेस में अगुवा नेताओं ने अपने धुर विरोधी माने जाने वाले नेता डूडी का स्वागत सत्कार कर बता दिया कि वक्त वक्त की बात है वक्त बदलता है। डूडी के साथ उनका नजर आना भी चर्चा का विषय बन हुआ है। डूडी के चमकने से क्षेत्र की राजनीति नई करवट ले रही है और क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है। अपने धुर विरोधी का स्वागत करने की मजबूरी नजर आई। क्षेत्र की राजनीति में पॉवर में होने के बावजूद ऊपर की राजनीति में टीम ए की पकड़ ढीली पड़ती नजर आ रही है और इसे थामने साधने के प्रयास भी किए जा रहें है।
“दिल खुले, अब कब मिले, कयास जोरों पर”
कांग्रेसी नेता रामेश्वरलाल डूडी के स्वागत में श्रीडूंगरगढ़ में दूसरी पार्टी के विधायक ने भी अपना दिल खोल कर भागीदारी निभाई। डूडी के रिश्तेदार की क्षेत्र में चर्चित होटल पर किये गए इस समारोह से चर्चाओं में बस यही गुंजा की दिल खुल तो गए, अब दिल मिलते कब है यह देखना है। माकपा नेता के डूडी से संपर्क की चर्चाएं गर्म हो गई और नागरिकों में खुल कर बात-रस चल रहा है जिसमें आगामी चुनावी संभावनाओं पर चर्चा प्रमुख है। क्षेत्र के वर्तमान माकपा विधायक को सीएम द्वारा दी जा रही तव्वजो, विधायक द्वारा अपने भाषणों में, विधानसभा में दिए जा रहे कांग्रेस पक्ष के स्टेटमेंट ओर अब खुल कर किया गया स्वागत कुछ नए समीकरणों का संकेत दे रहा है।
“युवा जोश लेने लगा है हिलोरें, बढ़ गया है जोश”
श्रीडूंगरगढ़ में कांग्रेसी क्षत्रप के विरोध में टीम बी मानी जा रही युवाशक्ति डूडी के पावर में आने से जोशीले हिलोरे ले रही है। पिछले 2 सालों से गांव गांव अपने नए कार्यकर्ताओं की तलाश में शामिल रहे इस टीम बी के कैप्टन जिन्हें डूडी वरदहस्त से जिलेभर के युवाओ की अगुवाई मिली है, वो भी बड़े उत्साहित है। अब अपने आधारस्तंभ के बढ़ते प्रभाव से टीम बी खासी उत्साहित है। टीम बी के स्वागत कार्यक्रम में बड़ी संख्या में स्थानीय लोगो के अलावा जिले भर से डूडी गुट के सभी बड़े नेता शामिल हुए ओर यह देख क्षेत्र में भी 4 अन्य जगहों पर हुए स्वागत कार्यक्रम में आई भीड़ भी टीम बी के स्वागत कार्यक्रम में चली गई, इससे टीम बी की उम्मीदें ओर उत्साह दोनो बढ़ गए है।
“पुराने कांग्रेसी नेताओं को भी मिली खड़े रहने को जगह”
गत विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के टिकट वितरण से नाराज कई कांग्रेसी नेता खुल कर पार्टी छोड़ सीपीएम की गाड़ी में चढ़ गए थे। पिछले चार सालों से वह उसी गाड़ी में सवार दिखे लेकिन अब वापस कांग्रेस का मोह उनका सरेआम दिख रहा है। सीपीएम के झंडे तले खड़े रहने वाले क्षेत्र के इन कांग्रेसियों को डूडी के अभिनंदन ने वापस कांग्रेस की ओर खड़े रहने को जगह दे दी है।
“सॉरी दोस्तों, अब भूल सुधार रहे है”
श्रीडूंगरगढ़ में आंदोलनकारी किसान नेता के हर आंदोलन में लंबे समय से साथ रहने वाले क्षेत्र के डूडी गुट के एक युवा किसान नेता ने पिछले विधानसभा चुनावों में आंदोलकारी किसान नेता और डूडी गुट का साथ छोड़ दिया था। गत चुनावों में कांग्रेसी क्षत्रप ने पूरे गाजे बाजे से इस युवा किसान नेता को अपने साथ लिया था लेकिन यह गाजे-बाजे कुछ ही दिनों में बन्द हो गए थे। अब इस युवा किसान नेता ने खुल कर सोशल मीडिया पर अपने दोस्तों से साथ छोड़ने और नया साथ पकड़ने के लिए सॉरी बोली है और लगे हाथ इस भूल सुधार में सहयोग भी मांग लिया। डूडी के स्वागत के दौरान क्षेत्र में सबसे अलग नेशनल हाइवे पर अपना अभिनंदन कार्यक्रम कर इस युवा किसान नेता ने अपनी भूल सुधार की शुरुआत भी कर ली है।
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