सावन में आई रिमझिम से झूम उठें खेत खलिहान….

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 जुलाई 2019। चंद्र ग्रहण के बाद सावन लगते ही आयी बारिश ने जैसे ग्रहण बादलों से हटा लिया। पंछियों की प्यास पर बरसे बादलों ने गलियों को तर किया वंही फसलों के लिए अमृत का काम किया है। देर रात 2 बजे से 2.30 तक आयी बरसात ने आज की सुबह खुशनुमा बना दी है। बारिश नही होने से खेतों ही नही मानव मन भी झुलसने लगे थे। देर रात हुई झमाझम ने धरती के तन और मानव मन को राहत दी है। बादलों को देख बारानी किसानों की आस जग गयी है। मवेशियों के खाने के लिए चारा हो जाए वो इतने पर ही खुश हो रहे है। जून सूखा बीत जाने से हर मन को बारिश का इंतजार था। आज ठंडी हवा के साथ शहर की गीली गीली सुबह नगरवासियों को भा रही है। मुगफली के खेतों में रौनक आ गयी है। वंही किसानो का कहना था कि कितना पानी पिलाओ पर फसल की प्यास बरसात से ही बुझती है और आज इस एक बरसात ने ही सावन आने की आस जगा दी है।