श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 जुलाई 2021। निजी शिक्षण संस्थानों को कोरोना काल में बिना कोई आर्थिक राहत दिए सरकार ने बिना टीसी प्रवेश का तानाशाही आदेश ने स्कूलों का भविष्य संकट में डाल दिया है। ये आरोप निजी शिक्षण संस्थानों द्वारा सरकार पर लगाया जा रहा है और 7 जुलाई के इस आदेश के बाद निजी स्कूलों का माहौल चिंतनीय व तनावपूर्ण हो गया है। निजी स्कूलों के संचालकों व शिक्षकों में रोजगार की असुरक्षा के प्रति भारी रोष भर गया है। स्कूल एज्युकेशन वेलफेयर एसोसिएशन सेवा, स्कूल शिक्षा परिवार, संगठनों ने आर पार की जंग सरकार से करने की बात कही है। आज ब्लॉक के निजी स्कूल संचालकों की बैठक मनोज गुसाईं की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई जिसमें सभी ने सोमवार को बीकानेर निदेशालय के बाहर धरना देकर बिना टीसी के प्रवेश के आदेश का पुरजोर विरोध करने की ठानी। गुसाईं ने कहा कि इस आदेश को तुरन्त संशोधित किया जाए जिससे स्कूल संचालकों को राहत मिल सकें। वहीं स्कूल शिक्षा परिवार संगठन के जिला उपाध्यक्ष मूलचंद स्वामी ने 6 से 12 तक के विद्यार्थियों की स्कुलें शीघ्र खोलने की मांग की है। स्वामी ने कहा कि सरकार अनुमति दे देवें अन्यथा आंदोलन की राह ली जाएगी। बता देवें सभी निजी स्कूलों की स्थिति कोरोना संकटकाल से जूझ रही है और संचालक परेशान हो उठे है व अब वे सरकार से सीधे संघर्ष की रणनीति बना रहे है।
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