श्रीडूंगरगढ टाइम्स 27 अप्रेल 2020। लाकडाउन में शराब बंदी के बाद भी क्षेत्र में लगातार महंगी दरों पर शराब बेचने एवं डोर टू डोर सप्लाई होने की सूचनाएं मिल रही है। इन्ही सूचनाओं के आधार पर पुलिस भी लगातार कार्यवाहियां कर शराब की तस्करी को रोकने में जुटी हुई है एवं रविवार रात्रि की दो कार्यवाहियों सहित लॉकडाउन के दौरान दसियों कार्यवाहियां कर दी गयी है। लेकिन मजे की बात यह निकल कर सामने आई है कि सोमवार को पुलिस की नाकाबंदी के ठीक पास में अवैध शराब बिक्री करते हुए पाया गया। हुआ कुछ यूं कि सोमवार को उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार न्यौल ने जिले के सील किए गए बोर्डर का दौरा किया एवं गांव आडसर से आगे जिले की सीमा पर बने हुए चैक पोस्ट पर पहुंचें। चैक पोस्ट पर पुलिस ने जहां टेंट लगा रखा था व उसके ठीक पिछे ही एक चौधरी होटल के नाम से एक हाईवे ढाबा था। इस ढाबे पर दिन भर चैक पोस्ट पर खडे रहने वाले पुलिसकर्मी भी आते जाते रहते है एंव रेस्ट भी करते है। उपखण्ड अधिकारी जब चैक पोस्ट पर पहुंचे तो ढाबे में सन्दिग्ध गतिविधि नजर आई। इस पर तुरंत ही ढाबे का संचालन कर रहे सुरजनसर के ओमप्रकाश ब्राह्मण से कडाई से पुछताछ की गई। इस पर ओमप्रकाश ने शराब बेचना स्वीकार किया एवं आडसर के शराब ठेकेदार रमेश महिया द्वारा उसे शराब बेचने के लिए पहुंचाने की बात भी कही। इस पर उसके ढाबे से 27 पव्वे अवैध देशी शराब, 2 पव्वे अंग्रेजी शराब, 1 पूडा बीडी, 100 जर्दा की पुडिया, चूना के दो पैकेट आदि अवैध वस्तुऐं बरामद की गई। इस पर मौके पर ही सीओ धर्माराम गिला को बुलाया गया एवं उपखण्ड अधिकारी न्यौल ने पुलिस के नाक के नीचे शराब बिक्री होने की स्थिति के कारण पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाए है। उपखण्ड अधिकारी द्वारा की गई कार्यवाही के बाद पूरे क्षेत्र में यही चर्चा रही कि पुलिस की नाकाबंदी, जहां 24 घंटे अलग अलग शिफ्ट में पुलिसकर्मियों की तैनाती है वहां पर शराब की सप्लाई एवं शराब बेचने की गतिविधि का संचालन होना बडा मुद्दा है।
Leave a Reply