अगर आपके खेत मे है टिडडी-फाका, तो यह खबर आपके लिए है, जाने कृषि विभाग की जरूरी राय। देखें फोटो।

श्रीडूंगरगढ टाइम्स 2 अगस्त 2020। श्रीडूंगरगढ उपखंड क्षेत्र के किसान टिडिडयों के साथ अब फाके से संघर्ष कर रहे है और ये फाका फसलों को भारी नुकसान पहुंचा रहा है। अब क्षेत्र के अनेक गांवो में फाका हो रहा है और कृषि विभाग नियंत्रण की कार्यवाही में कर रहा है परन्तु फाके की समस्या की खास बात यह है कि ये कई टूकड़ों में पैदा होता है व नजर आता है। इसके पैदा होने के बाद इस पर कीटनाशक का छिड़काव किया जाता है परन्तु यह तीन चार दिन बाद फिर से नए अंडो से नया फाका तैयार हो जाता है। अधिक कीटनाशकों के छिड़काव से फसलों को, जमीन को, पर्यावरण को भी नुकसान की आंशकाऐं मंडराने लगी है। टिडिडयों से जहां मूंगफली की फसल को कम नुकसान था वहीं फाका मूंगफली को बरबाद कर रहा है। क्षेत्र के गांव जेतासर, तोलियासर, ठुकरियासर, धोलिया, मोमासर, लाखनसर आदि गांवो के प्रभावित क्षेत्रों में आज कृषि विभाग द्वारा नियत्रंण कार्यवाही की गई। कृषि विभाग के नोडल अधिकारी कैलाश कुमार शर्मा, सहायक कृषि अधिकारी रमेश चंद्र भांमू, कृषि पर्यवेक्षक पवन शर्मा, रमेश बाना, राजूराम मेघवाल, परत नाथ, ओमप्रकाश कुलरिया, बनवारी लाल सैनी, ने आज अलग अलग गांवो में कार्यवाही की।
फाके से बचाव के लिए किसान अपनाएं ये उपाय।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। किसान अब फाके की समस्या से जुझ रहे है और फाका लगातार बढ़ रहा है। इनका बढ़ता साइज भी बढ़ती चिंताओं का कारण भी बन रहा है। सहायक कृषि अधिकारी रमेश कुमार भांमू ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान अपने स्तर पर भी फाका नियंत्रण कर सकते है। भांमू ने बताया कि अलसुबह या सांयकाल को किसान हवा का रूख देख लेवें व एक डेढ़ फीट चौड़ी खाई बनवा ले और उसमें फाके के भर जाने पर 1- मेलाथियॉन 5 प्रतिशत डी.पी., 2- क्यूनॉलफास 1.5 प्रतिशत डी.पी., 3- फेनवेलरेट 0.4 प्रतिशत डी.पी. कीटनाशक लेकर 25 किग्रा प्रति हैक्टयर प्रयोग करें व फाके को नियत्रंण कर सकते है। भांमू ने बताया कि ये ज्यादा महंगे कीटनाशक नहीं है व फाका नियत्रंण आसानी से हो सकेगा। भांमू ने कहा कि पुराने जमाने में खाई खोदकर ही फाके के प्रकोप को कम किया जाता रहा है व आज भी ये कार्यवाही प्रभावी रूप से काम आ रही है। अब अधिक कीटनाशक से फसलों को भी नुकसान की आंशका बढ़ है। खाई डेढ़ फीट गहरी खोदनी है क्योंकि फाका हवा के रूख के साथ डेढ फीट से अधिक नहीं उड़ सकता है और इसलिए ये खाई में आ गिरेगा और इससे इसे समाप्त करने में सहायता मिल सकेगी।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव सालासर की रोही में मूंगफली की फसल चट कर रहा फाका।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव ठुकरियासर में फाका नियंत्रण कार्यवाही में किसान ने खुदवाई खाई और कीटनाशक खाई में डाल कर फाके को समाप्त किया।