4 नवंबर 2024 के पंचांग के साथ जाने और भी कई खास बातें आचार्य विष्णुदत्त शास्त्री के साथ

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 नवंबर 2024। 🚩श्री गणेशाय नम:🚩

शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।
नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।
योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।
इसलिए हर मनुष्य को जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए नित्य पंचांग को देखना, पढ़ना चाहिए ।

📜 आज का पंचांग 📜

☀ 04 – Nov – 2024
☀ Sri Dungargarh, India

☀ पंचांग
🔅 तिथि तृतीया 11:26 PM
🔅 नक्षत्र अनुराधा 08:04 AM
🔅 करण :
तैतिल 10:50 AM
गर 10:50 AM
🔅 पक्ष शुक्ल
🔅 योग शोभन 11:42 AM
🔅 वार सोमवार

☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 06:47 AM
🔅 चन्द्रोदय 09:18 AM
🔅 चन्द्र राशि वृश्चिक
🔅 चन्द्र वास उत्तर
🔅 सूर्यास्त 05:47 PM
🔅 चन्द्रास्त 07:30 PM
🔅 ऋतु हेमंत

☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1946 क्रोधी
🔅 कलि सम्वत 5126
🔅 दिन काल 10:59 AM
🔅 विक्रम सम्वत 2081
🔅 मास अमांत कार्तिक
🔅 मास पूर्णिमांत कार्तिक

☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित 11:55:25 – 12:39:22
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 12:39 PM – 01:23 PM
🔅 कंटक 08:59 AM – 09:43 AM
🔅 यमघण्ट 11:55 AM – 12:39 PM
🔅 राहु काल 08:10 AM – 09:32 AM
🔅 कुलिक 02:51 PM – 03:35 PM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 10:27 AM – 11:11 AM
🔅 यमगण्ड 10:54 AM – 12:17 PM
🔅 गुलिक काल 01:39 PM – 03:02 PM
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल पूर्व

☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 अश्विनी, कृत्तिका, मृगशिरा, पुनर्वसु, पुष्य, आश्लेषा, मघा, उत्तरा फाल्गुनी, चित्रा, विशाखा, अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल, उत्तराषाढ़ा, धनिष्ठा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 वृषभ, मिथुन, कन्या, वृश्चिक, मकर, कुम्भ

📜 चोघडिया 📜

🔅अमृत 06:47:43 – 08:10:08
🔅काल 08:10:08 – 09:32:33
🔅शुभ 09:32:33 – 10:54:58
🔅रोग 10:54:58 – 12:17:23
🔅उद्वेग 12:17:23 – 13:39:49
🔅चल 13:39:49 – 15:02:14
🔅लाभ 15:02:14 – 16:24:39
🔅अमृत 16:24:39 – 17:47:04
🔅चल 17:47:04 – 19:24:45
🔅रोग 19:24:45 – 21:02:25
🔅काल 21:02:25 – 22:40:05
🔅लाभ 22:40:05 – 24:17:45
🔅उद्वेग 24:17:45 – 25:55:26
🔅शुभ 25:55:26 – 27:33:06
🔅अमृत 27:33:06 – 29:10:46
🔅चल 29:10:46 – 30:48:26

❄️ लग्न तालिका ❄️

🔅 तुला चर
शुरू: 05:27 AM समाप्त: 07:47 AM

🔅 वृश्चिक स्थिर
शुरू: 07:47 AM समाप्त: 10:05 AM

🔅 धनु द्विस्वाभाव
शुरू: 10:05 AM समाप्त: 12:10 PM

🔅 मकर चर
शुरू: 12:10 PM समाप्त: 01:53 PM

🔅 कुम्भ स्थिर
शुरू: 01:53 PM समाप्त: 03:21 PM

🔅 मीन द्विस्वाभाव
शुरू: 03:21 PM समाप्त: 04:47 PM

🔅 मेष चर
शुरू: 04:47 PM समाप्त: 06:23 PM

🔅 वृषभ स्थिर
शुरू: 06:23 PM समाप्त: 08:19 PM

🔅 मिथुन द्विस्वाभाव
शुरू: 08:19 PM समाप्त: 10:34 PM

🔅 कर्क चर
शुरू: 10:34 PM समाप्त: अगले दिन 00:54 AM

🔅 सिंह स्थिर
शुरू: अगले दिन 00:54 AM समाप्त: अगले दिन 03:11 AM

🔅 कन्या द्विस्वाभाव
शुरू: अगले दिन 03:11 AM समाप्त: अगले दिन 05:27 AM

🌺।। आज का दिन मंगलमय हो।।🌺

सोमवार के दिन भगवान शंकर की आराधना, अभिषेक करने से चन्द्रमा मजबूत होता है, काल सर्प दोष का प्रभाव कम होता है।
सोमवार का व्रत रखने से मनचाहा जीवन साथी मिलता है, वैवाहिक जीवन में लम्बा और सुखमय होता है।

जीवन में शुभ फलो की प्राप्ति के लिए हर सोमवार को शिवलिंग पर पंचामृत या मीठा कच्चा दूध एवं काले तिल चढ़ाएं, इससे भगवान महादेव की कृपा बनी रहती है परिवार से रोग दूर रहते है।
सोमवार के दिन शिव पुराण के अचूक मन्त्र “श्री शिवाय नमस्तुभ्यम्’ का अधिक से अधिक जाप करने से समस्त कष्ट दूर होते है. निश्चित ही मनवाँछित लाभ मिलता है।

पण्डित विष्णुदत्त शास्त्री
8290814026