May 9, 2024

श्रीडूंरगरगढ टाइम्स 30 मई 2020। श्रीडूंगरगढ का गौरव बने चार ऐसे यौद्धा जो कोरोना से फ्रंट फुट पर सीधे जंग लड़ रहे है। ये वीर कोरोना यौद्धा जो अपनी कर्तव्यनिष्ठा से अपने जिले के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम के कोविड-19 वार्ड में अपनी ड्युटी दे रहे है। ये कोरोना वॉरियर्स सही मायनों में श्रीडूंगरगढ मान बढा रहे है और हमारे क्षेत्र को भी इन पर गर्व है की इस मिट्टी में इन सेवा भावी युवाओ ने जन्म लिया। पीबीएम अस्पताल में कोरोना वार्ड में पॉजिटिव मरीजों के साथ ड्युटी करने में हम सब जानते है कि जान का सर्वाधिक खतरा भी इनको उठाना पड़ता है। परन्तु जॉब प्रोफाइल से बढकर मानवता को और किसी की जान बचाने को लेकर इनके दिलों में जो जज्बा है उसे टाइम्स पूरे क्षेत्र की जनता की ओर से सैल्युट करती है। एक और जहां देश में कोरोना वार्ड में ड्युटी लगाने पर कुछ डॉक्टर्स के इस्तिफा देने की खबरें भी सामने आई वहीं हमारे क्षेत्र के ये कोरोना वीर सर्वाधिक खतरे में कार्य कर रहे है। बीकानेर पीबीएम में कोविड-19 में आज 46 मरीज भर्ती है और इन मरीजों की सेवा सुश्रुषा में क्षेत्र के ये यौद्धा लगे हुए है। ये युवा स्वयं भी किसी तनाव से दूर रहने के लिए अच्छा म्युजिक सुन रहे है और ईश्वर में आस्था रखते हुए प्रार्थना करते है।
1- बाना गांव की बेटी मंजू बाना पुत्री मोटाराम बाना कोविड-19 वार्ड में पिछले दस दिन से ड्युटी दे रही है। इस भीषण गर्मी में पीपीई किट पहन कर मानव जीवन बचाने में जुटी मंजू बाना अपने मरीजों के कोरोना संक्रमण से ही नहीं उन्हें कोरोना के डर से भी निकालने के लिए कार्य कर रही है। मंजू ने टाइम्स को बताया कि कोरोना के नाम से मरीज भयभीत हो जाते है हम उन्हें समझाते है कि वे डरें नहीं अच्छा म्युजिक सुने और कोई किताबें पढें जिससे उन्हें जीवन जीने की प्ररेणा मिले। हम उन्हें कहते है कि प्रार्थना करें और ईश्वर पर विश्वास रखें वे दो तीन दिन में नेगेटिव आ जाएगें। मंजू ने कहा कि जब कोई मरीज पॉजिटिव से नेगेटिव आता है तो मरीज से ज्यादा खुश हमारा स्टॉफ होता है कि हमने कोरोना को हराया और एक और जीदंगी उसकी गिरफ्त से बाहर आ गयी। मंजू अपनी चार वर्षीय बेटी को दादा दादी के पास छोड़ कर अपना फर्ज निभा रही है। मंजू के पति शक्तिपाल मुंड भी श्रीडूंगरगढ विधानसभा क्षेत्र गांव कुचौर आथूनी के निवासी है और द्वितीय श्रेणी अध्यापक है। वे भी अपने स्कूल के क्वारेटाइन सेंटर पर नाइट ड्युटी दे रहे है।
2- वहीं गांव बरजांगसर के जगदीश कालवा पुत्र मांगीलाल कालवा कोरोना वार्ड के सुपरवाईजर के रूप में अपनी ड्युटी निभा रहे है। जगदीश ने टाइम्स को बताया कि सर्वाधिक कोरोना संक्रमण की चपेट में यहां ड्युटी दे रहे नर्सिंग स्टाफ के आने का खतरा रहता है। परन्तु देश के इस संकट काल में हम पीछे नहीं हट सकते और अपनी जान की परवाह किए बगैर हमारा स्टाफ कोरोना से फ्रंट फूट पर जंग कर रहा है। हमारे लिए गौरव की बात है कि बीकानेर में लगभग मरीज ठीक होकर अपने घरों को लौट रहे है। कालवा ने कहा कि आगे बढ कर ड्युटी लेने में भी स्टाफ पीछे नहीं हट रहा है। कालवा ने कहा कि हम अपनी सुरक्षा के इंतजामात पुख्ता रखते हुए अपने फर्ज को पूरा कर रहे है। कालवा ने कहा कि जब मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को लौटते है तब वे और उनका परिवार हमारे स्टाफ को जो दुआएं देते है उससे हमें विजयी होने और कोरोना को हराने की शक्ति प्राप्त होती है।
3- विक्रम सिंह राठौड़ पुत्र जगदीश सिंह राठौड़ निवासी सोनियासर गोदारन भी पीबीएम में कोविड- 19 वार्ड में ड्यूटी निभा रहे है। विक्रम के पिता जगदीश राठौड़ गर्व से कहते है कि बेटा कोरोना से सीधी जंग में डटा हुआ है। पिता का कहना है कि बेटा घर नहीं आता और आइसोलेशन वार्ड में ही रहना होता है। दस दिन इस वार्ड में ड्यूटी के बाद भी 7 दिन क्वारेंटाइन में ही रहेगा और उसके बाद ही घर आएगा। पर हमें फक्र है कि बेटा कोरोना को हराने में देश की सेवा कर रहा है। विक्रम ने टाइम्स को बताया कि हमें कोरोना पॉजिटिव के बिच रहने में किसी प्रकार का डर नहीं है और हम जो यहां आ रहा है उनकी देखभाल कर रहे है। सम्पूर्ण सुरक्षा उपकरणों के साथ हम अपने कर्तव्य को पूरा कर रहे है।
4- गांव बिग्गा के युवक गंगाराम पुत्र गुमानाराम मेघवाल भी एक मिसाल के रूप में श्रीडूंगरगढ़ की और से जीवन के रक्षक बन कर कोविड-19 वार्ड में ड्युटी पर तैनात है और पीबीएम में कोरोना संक्रमण से जुझ रहे मरीजों के बीच अपनी सेवाएं दे रहे है। मेघवाल ने बताया कि हमें गर्व है कि हमे सीधे देश सेवा का मौका मिल रहा है और गांव व अपने क्षेत्र में जो मान सम्मान मिल रहा है वह इस कोरोना से जंग से प्राप्त हो रहा है। लोग फोन पर इस जंग से जितने की शुभकामनाएं देते है तो लगता है एक भी जीवन कोरोना को हम छिनने नहीं देगें। हमारा प्रयास रहता है कि सभी बिना डरे बिना निराशा के इस बीमारी का सामना करें।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव बरजांगसर के युवा जगदीश प्रसाद कालवा बने युवाओं के आदर्श, जान नही फर्ज ज्यादा जरूरी साबित किया।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव सोनियासर गोदारान के विक्रमसिंह पीबीएम के कोरोना वार्ड में ड्यूटी देकर बने है श्रीडूंगरगढ़ का मान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव बिग्गा के गंगाराम मेघवाल ने सार्थक किया शिक्षित होना, श्रीडूंगरगढ़ का मान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव बाना की बेटी मंजू बाना कोरोना ड्यूटी कर बनी है क्षेत्र का गौरव।

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