श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 सितबंर 2023। बीकानेर में जिले के सभी ब्लॉकों से ग्रामीण ओलपिंक के आयोजन में टीमें अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए हार जीत के लिए मैदान में मुकाबले खेल रही है। कई अधिकारी अपने नंबर बढ़ाने के लिए आयोजन को व्यवस्थित दिखा रहें है। लेकिन दावों से परे यह आयोजन काफी अव्यवस्थित नजर आ रहा है और श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स के माध्यम से आप भी जाने आयोजन की पोल खोलने वाली ये ग्राउंड रिपोर्ट। आप सजग पाठकजन पढें और बेपरवाह जिला प्रशासन तक भी पहुंचाए ताकि खिलाड़ियों के प्रति अंसवेदनशीलता का आलम दूर हो सके। जिससे मैदान पर जरूरी संसाधनो के साथ खिलाड़ियो से खिलवाड़ नहीं उम्दा खेल प्रदर्शन करवाया जा सकें।
हूंटिंग के नाम पर हंगामा, जिम्मेदार गायब।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। शनिवार शाम सार्दुल स्पोर्ट्स स्कूल के मैदान में महिला कब्ड्डी का फाइनल मैच खेला गया। मैच में श्रीडूंगरगढ़ ब्लॉक व लूणकरणसर ब्लॉक के बीच कड़ी टक्कर हुई। इस बीच एक युवती ने खेल रही बालिका की टी-शर्ट खींच डाली। इसपर रेफरी ने चेतावनी देकर खेल आगे प्रारंभ करवाया। कुछ ही देर में एक महिला खिलाड़ी ने पुन: एक बालिका खिलाड़ी की टीशर्ट को बुरी तरह से खींच दी तो एपांयर ने रेडर को सेफ करार दिया। इसपर एक टीम के समर्थकों ने मैदान में घुसकर जमकर हंगामा मचाया। तभी मौके पर पुलिस बुलाई गई और इन हंगामेदारों को मैदान से बाहर करने के बाद आगे का मैच खेला गया। मैच में श्रीडूंगरगढ़ की बालिकाओं ने शानदार खेल का प्रदर्शन करते विजय हासिल की। मैदान पर एक ओर खुशी तथा दूसरी ओर गम का माहौल हो गया। परंतु इस मैच ने जिम्मेदारों की व्यवस्थाओं पर कई प्रश्न खड़े किए।
गायब कर्मचारी, सुरक्षा की अनदेखी, सख्त मैदान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विश्वसनीय सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार लाइन मैन की ड्यूटी के लिए कर्मचारी नहीं थे और किसी को भी रोककर लाइन मैन लगाया जा रहा था। वहीं हारने वाली टीम के समर्थकों द्वारा हंगामा किए जाने पर सुरक्षा व्यवस्था में चुक नजर आई। हंगामेदार मैदान पर आ गए और माहौल गर्मा गया। आखिरकार पुलिस को बुलाना पड़ा और उसके बाद खेल अधिकारी भी आए। उन्होंने मैच की वीडियो रिकॉर्डिंग देख कर निर्णय रेफरी का कायम रखा तब जाकर मैच पूरा हो पाया। ऐसे में तय किया गया कि आज से पहले ही पुलिस की व्यवस्था कर सुरक्षा व्यवस्था को पुख्ता किया जाएगा। परंतु जिला स्तरीय आयोजन में ऐसी खामियों को पहले ही क्यों नहीं देखा गया?
नहीं था कोई फर्स्टएड बॉक्स, लहूलुहान खिलाड़ी खेलते रहें।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। कब्ड्डी के मैदान मे खेलना व खरोंचे आना, घुटनों कोहनियों पर खून आ जाना प्राय: सामान्य ही माना जाता है। परंतु जिला स्तरीय आयोजन में कब्ड्डी फाइनल के मैच में भी जिम्मेदारों ने फर्स्टएड बॉक्स की व्यवस्था तक नहीं की। ग्रांउड पीली मिट्टी का होने के नियम के बावजूद काफी सख्त मैदान था। जो खिलाड़ी चोटिल हुए उसके लिए कोई व्यवस्था नहीं थी। श्रीडूंगरगढ़ टीम की खिलाड़ी बालिकाओं के चोटें आई व एक खिलाड़ी के घुटने से खून गिरने लगा। परंतु उसके घाव को साफ करने के लिए कॉटन तक नहीं था। साफ करने या बैंडएड लगाने के बजाय उस बालिका ने अपनेआप मिट्टी रगड़ खेल प्रारंभ किया। मैदान पर एक चुने के कट्टे के सिवा कोई व्यवस्था नहीं की गई थी। श्रीडूंगरगढ़ के रीड़ी गांव की 9वीं कक्षा की बालिकाओं ने जबरदस्त आत्मबल व धैर्य का प्रदर्शन किया जिसके लिए उनकी हर किसी ने सराहना की। जिम्मदारों पर ये भी सवाल उठाया गया कि नियमों के बावजूद फर्स्टएड बॉक्स मौके पर नहीं था ना ही कोई नर्सिंग कर्मी था जिससे फर्स्टएड करवाया जा सके। भगवान ना करें कोई अनहोनी किसी खिलाड़ी के साथ हो। परंतु जिम्मेदारों ने मौके पर एंबुलेंस खड़ी करके अपने कर्तव्य की इतिश्री कर ली। खिलाड़ियो के प्रति इस अनदेखी से भी खिलाड़ी ही नहीं इनके अभिभावक भी नाराज नजर आए।