April 29, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 जुलाई 2022। नूतन सप्ताह विक्रम संवत् 2079, श्रावण शुक्ला 3/4, रविवार , दिनांक – 31 /07/2022 से आरंभ होकर श्रावण शुक्ला -9/10 शनिवार , दिनांक – 06/08/2022 तक रहेगा । आइए जानते हैं मेष आदी 12 राशियों के लिए यह सप्ताह कैसा रहेगा ?

पाठकों के संशय की निवृत्ति हेतु विशेष-
जातक अपनी जन्म राशि से राशिफल देखें या प्रचलित नाम से राशिफल देखें ?
विवाह में, सभी संस्कारों में, यात्रा में , ग्रह -गोचर विचार में, जन्म राशि से विचार करना चाहिए नाम राशि से नहीं।
गृह कार्य में, ग्राम वास विचार में, मंत्र ग्रहण करने में, युद्ध के विचार में ,नौकर रखने में, नौकरी करने में नाम राशि से विचार किया जाता है जन्म राशि से नहीं।
यथोक्तं –
विवाहे सर्वसंस्कारे यात्रायां ग्रहगोचरे।
जन्मराशि प्रधानत्वं नामराशिं न चिंतयेत् ।। गृहे ग्रामे तथा मन्त्रे युद्धे वा स्वामिसेवके । नामराशि प्रधानत्वं जन्मराशिं न चिंतयेत् ।।

1.मेष
चू-चे-चो-ला, ली-लू-ले-लो-अ ( अश्विनी १-४, भरणी १-४, कृत्तिका-१)
मेष राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव युक्त रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। इस दौरान यदि आप सप्ताह के आरंभ में कोई नया या विशेष कार्य आरंभ करने जा रहे हैं तो कृपया उसे सोमवार मध्य रात्रि तक के लिए टालने का प्रयास करें अन्यथा आपके द्वारा निर्मित समस्त योजनाएं विफल हो सकती है। इस दौरान आपको हानि भी संभावित है अतः सावधान रहें। हालांकि सोमवार मध्य रात्रि से शनिवार मध्य रात्रि तक आर्थिक लाभ की भी संभावनाएं प्रतीत हो रही है किंतु शनिवार मध्य रात्रि उपरांत का समय पुनः कष्टप्रद रहने के ही आसार प्रतीत हो रहे हैं इस दौरान आपको शारीरिक कष्ट भी उत्पन्न हो सकता है अतः सावधान रहें।
निवारण-१.भगवान शिव को जल अर्पण करके ही सप्ताह की शुरुआत करें।
निवारण -२.शनिवार को यथासंभव गौ सेवा अवश्य करें।

2. वृषभ
ई-उ-ए ,ओ-वा-वी-वू , वे-वो (कृत्तिका २-४, रोहिणी १-४, मृगशिरा-१-२)
वृषभ राशि के जातकों के लिए इस सप्ताह का रविवार से बुधवार तक का समय विपरीत परिस्थितियों का संकेत प्रदान कर रहा है इस दौरान आपको पेट संबंधित विकार उत्पन्न होने, शत्रुओं से कष्ट उत्पन्न होने, आर्थिक नुकसान जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है अतः सावधान रहें। हालांकि गुरुवार से शनिवार तक का समय लाभप्रद रहने के भी आसार प्रतीत हो रहे हैं।
निवारण-१.अनुलोम – विलोम प्राणायाम के साथ सप्ताह की शुरुआत करें।
निवारण -२.मंगलवार को गौसेवा एवं हनुमानजी की उपासना करें।

3. मिथुन
का-की,कु-घ-ड़-छ,के,को,ह (मृगशिरा-३-४, आर्द्रा १-४, पुनर्वसु १-३)
मिथुन राशि के जातकों के लिए आर्थिक लाभ के साथ सप्ताह की शुरुआत का शुभ संकेत तो दिखाई दे रहा है किंतु सोमवार मध्य रात्रि से शनिवार मध्य रात्रि तक का समय इसके विपरित ही संकेत प्रदान कर रहा है इस दौरान पेट दर्द या गैस, या मानसिक तनाव जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान यदि आप कोई विशेष कार्य करने जा रहे हैं तो कृपया उसे शनिवार मध्य रात्रि तक के लिए टालने का प्रयास करें अन्यथा आपको विपरीत परिणाम देखने को मिल सकता है।
निवारण- सोमवार को भगवान शिव को “ओउम् नमः शिवाय” मंत्र से गाय का कच्चा दुध एवं बिल्वपत्र अर्पण करें।
4.कर्क
ही,हू-हे-हो-डा, डी-डू-डे-डो (पुनर्वसु-१,पुष्य-१-४,आश्लेषा १-४)
कर्क राशि के जातक सप्ताह आरंभ से सोमवार मध्य रात्रि तक व्यापार करते समय या रकम लेन – देन करते समय विशेष सावधानी बरतें अन्यथा आपको आर्थिक नुकसान संभव है। हालांकि सोमवार मध्य रात्रि से बुधवार तक का समय सुखद एवं लाभप्रद रहने के भी शुभ संकेत प्राप्त हो रहे हैं किन्तु गुरुवार से शनिवार तक का समय कष्टप्रद रहने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है इस दौरान आपको शारीरिक कष्ट भी संभव है । इस सप्ताह यदि आप कोई विशेष कार्य करने जा रहे हैं तो कृपया उसे शनिवार के दिन क्रियान्वित न करें अन्यथा आपके द्वारा निर्मित समस्त योजनाएं विफल हो सकती है।
निवारण- १.अपनी माता जी के चरणस्पर्श करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करके ही सप्ताह की शुरुआत करें।
निवारण -२. शनिवार को यथासंभव संकट- मोचन हनुमानाष्टक का पाठ करें।

5. सिंह
मा-मी-मू-मे, मो-टा-टी-टू- टे (मघा-१-४, पूर्वाफाल्गुनी-१-४, उत्तराफाल्गुनी-१)
सिंह राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव युक्त रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। इस दौरान सप्ताह की मध्यम शुरुआत के साथ ही सोमवार मध्य रात्रि से बुधवार तक का समय आपके लिए आर्थिक दृष्टिकोण से नुकसानदायक रहने के संकेत प्रदान कर रहा है इस दौरान फिजूल खर्च भी संभव है हालांकि गुरुवार से शनिवार मध्य रात्रि तक धन-लाभ की संभावनाएं भी प्रतीत हो रही है। शनिवार को आहार ग्रहण करते समय विशेष सावधान रहें अन्यथा आपको पेट दर्द या गैस संबंधित उदर-विकार उत्पन्न हो सकता है।

निवारण- १.मंगलवार को संकटमोचन हनुमानाष्टक का पाठ एवं गाय को गुड़ और हरी घास खिलाएं।
निवारण -२.प्रतिदिन यथासंभव केशर एवं चंदन का तिलक लगाएं।

6.कन्या
टो-प-(प्र )-पी,पू- ष-ण-ठ,पे-पो (उफा.-२-४, हस्त- १-४,चित्रा-१-२)
कन्या राशि के जातकों के लिए यह सप्ताह उतार-चढ़ाव युक्त रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। इस दौरान सप्ताह के आरंभ में आपको कोई अप्रिय समाचार मिल सकता है। सोमवार रात्रि से बुधवार तक का समय मध्यम रहने के आसार के साथ ही गुरुवार से शनिवार तक के समय में आपको संतान के स्वास्थ्य संबंधित कष्ट उत्पन्न होने, फिजूल खर्च जैसे संकटों का सामना करना पड़ सकता है।
निवारण- सप्ताह के सातों दिन नित्य गौसेवा एवं हनुमान चालीसा का पाठ करके ही दिन की शुरुआत करें।

7.तुला
रा-री,रू-रे-रो-ता,ती-तू-ते
(चित्रा-३-४, स्वाति-१-४, विशाखा-१-३)
तुला राशि के जातकों के लिए आर्थिक लाभ के साथ सप्ताह की शुभ शुरुआत के संकेत तो दिखाई दे रहा है किंतु सोमवार मध्य रात्रि से बुधवार तक का समय कष्टप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं। इस दौरान आपको कोई अप्रिय संदेश मिलने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कलहकारी योग भी संभव है अतः इस दौरान यथासंभव वाद-विवाद से दूर रहें। हालांकि गुरुवार से शनिवार मध्य रात्रि तक का समय सामान्य रहने के आसार के साथ ही शनिवार मध्य रात्रि उपरांत किसी आर्थिक नुकसान से भी इंकार नहीं किया जा सकता है अतः सावधान रहें।
निवारण- सोमवार को भगवान शिव को “ओउम् नमः शिवाय” मंत्र से गाय का कच्चा दुध एवं बिल्वपत्र अर्पण करें और शनिवार को हनुमानजी की उपासना करें।

8. वृश्चिक
तो,ना-नी-नू-ने,नो-या -यी-यू
(विशाखा-१, अनुराधा-१-४, ज्येष्ठा-१-४)
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सप्ताह का रविवार से बुधवार तक का समय सुखद एवं लाभप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं इस दौरान आपको आर्थिक लाभ प्राप्त होने का भी शुभ संयोग प्रतीत हो रहा है किंतु गुरुवार से शनिवार तक का समय कुछ अमंगल सूचक ही प्रतीत हो रहा है इस दौरान आपको आर्थिक नुकसान या कोई अप्रिय संदेश प्राप्त मिलने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि शनिवार मध्य रात्रि उपरांत का समय कुछ सुखद रहने के भी आसार हैं।
निवारण-१. बुधवार को को लाल धागे में ५ दुर्वा को लपेटकर गणपति बप्पा को चढ़ाएं।
निवारण- २. गुरुवार से शनिवार तक नित्य अनुलोम-विलोम प्राणायाम करें।

9.धनु
ये- यो- भ-भी,भू- ध- फ -ढ-,भे
(मूल-१-४,पूर्वाषाढ़ा-१-४,उत्तराषाढ़ा-१)
धनु राशि के जातकों के लिए रविवार से सोमवार मध्य रात्रि तक का समय कष्टप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं इस दौरान आपको कोई राजकीय बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है । इस दौरान शत्रु आपको किसी भी प्रकार से नुकसान पहुंचा सकते हैं अतः सावधान रहें। हालांकि सोमवार मध्य रात्रि से शनिवार मध्य रात्रि तक का समय सुखद एवं लाभप्रद रहने के भी आसार प्रतीत हो रहे हैं किंतु शनिवार मध्य रात्रि उपरांत आपको कोई अप्रिय संदेश प्राप्त होने से भी इंकार नहीं किया जा सकता है।
निवारण- बुधवार को हरे रंग का रुमाल अपने पास रखें एवं गाय को हरी घास एवं गुड़ अवश्य खिलाएं।

10. मकर
भो-जा-जी, खी-खू-खे-खो, ग-गी
उत्तराषाढा २-४,श्रवण- १-४, धनिष्ठा-१-२)
मकर राशि के जातको के लिए रविवार से बुधवार तक का समय कष्टप्रद ही रहने की संभावनाएं प्रतीत हो रही है इस दौरान आपको शारीरिक कष्ट उत्पन्न हो सकता है अतः इस दौरान अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। इसी दौरान आपके शत्रु आपको राजकीय बाधा पहुंचा सकते हैं इस दौरान कोई भी निर्णय लेने से पहले उस पर चिंतन अवश्य करें अन्यथा आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकता है। हालांकि गुरुवार से शनिवार तक का समय सुखद एवं लाभप्रद रहने के भी आसार प्रतीत हो रहे हैं।
निवारण १.नित्य भगवान शिव की आराधना एवं गौसेवा करें।
निवारण -२.सोमवार को तांबे के पात्र में जल एवं काले तिल डालकर शिवलिंग पर चढ़ाएं।

11. कुंभ
गू-गे,गो-सा-सी-सू, से- सो-द
(धनिष्ठा-३-४, शतभिषा-१-४,पू.भा.-१-३,)
कुंभ राशि के जातकों के लिए आर्थिक लाभ के साथ सप्ताह की शुभ शुरुआत का संयोग तो प्रतीत हो रहा है किंतु सोमवार मध्य रात्रि से शनिवार मध्य रात्रि तक का समय कष्टप्रद रहने के ही आसार प्रतीत हो रहे हैं इस दौरान आपको शारीरिक कष्ट उत्पन्न होने के साथ ही कुछ अमंगल की भी संभावनाएं प्रतीत हो रही है । हालांकि शनिवार मध्य रात्रि उपरांत का समय सुखद रहने के भी आसार प्रतीत हो रहे हैं।
निवारण-१.बुधवार को हरे वस्त्र धारण करके ५ दुर्वा को लाल धागे में लपेटकर गणपति बप्पा को चढ़ाएं।

निवारण-२.शनिवार को काले तिल के साथ आटा और शक्कर मिलाकर चींटियों को खाने के लिए दें।

12. मीन
दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची (पूभा.-१, उ.भा.-४, रेवती- ४)
मीन राशि के जातकों के लिए रविवार से बुधवार रात्रि तक का समय आर्थिक दृष्टिकोण से लाभप्रद रहने के आसार प्रतीत हो रहे हैं किंतु गुरुवार से शनिवार तक का समय इसके विपरित रहने के भी आसार प्रतीत हो रहे हैं इस दौरान आपको शारीरिक कष्ट, आर्थिक मंदी जैसी परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है अतः इस दौरान सावधान रहें।
निवारण-१. रविवार को सूर्योदय के समय तांबे के पात्र(कलश) में जल एवं लाल चंदन डालकर कलश को अपने सिर के ऊपर रखकर” ओउम् सूर्याय नमः” मंत्र से भगवान सूर्य को अर्घ्य प्रदान करके ७वार परिक्रमा करें।
निवारण २.मंगलवार को यथासंभव हनुमानजी की उपासना करें।

राजगुरु पंडित रामदेव उपाध्याय
9829660721

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