श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 2 अप्रेल 2020। श्रीडूंगरगढ़ तहसील के गांव भोजास की रोही में एक शिकारी द्वारा गोली मार कर मादा हिरण का शिकार करने एवं पडौसी युवक द्वारा जान पर खेल कर शिकारी के साथ हाथापाई कर हिरण का शव एवं शिकार में प्रयुक्त की गई बंदुक छीन कर पुलिस को सुचना देने का साहसीक प्रकरण सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार शाम को करीब 7 बजे भोजास की रोही में अपने खेत में चने की फसल कटाई का कार्य कर रहे युवक हीरूराम मेघवाल को पडौस के खेत में गोली चलने की आवाज सुनी। आवाज सुन कर युवक ने शोर किया एवं आस पास के खेतों से लोगों को आवाज देते हुए गोली चलने की दिशा में गया तो भोजाज की रोही में स्थित लिछमादेवी राजपुरोहित के खेत में एक शिकारी द्वारा मृत हिरण को अपनी गोदी में उठा कर ले जाते हुए देखा। उसने पिछा कर शिकारी को रोका तो शिकारी ने उस पर भी बंदुक तान दी एवं उसे मार देने की धमकी दी। इतनी देर में आस पास के लोग भी आने लगे तो शिकारी हिरण का शव छोड कर मौके से भाग छुटा। इस पर युवक हिरूराम मेघवाल ने पिछा कर शिकारी को पकड लिया एवं हाथापाई करते हुए उससे बंदुक छीन ली। बंदुक छीनने के बाद आरोपी मौके से भाग छुटा। सुबह होने पर ग्रामीणों ने पुलिस को सुचना दी तो मौके पर वन विभाग के अधिकारी पहुंचे एवं हिरण को श्रीडूंगरगढ़ लेकर आए।
शिकारी की पहचान हुई।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। भोजास की रोही में शिकार करने वाले शिकारी की पहचान भी हो गई है। नागौर के तांतावास के निवासी पेमाराम बावरी को अभी दुलचासर की रोही के किसानों ने सामूहिक रूप से रोही में से नीलगाय, हिरणों आदि को भगाने का कार्य दे रखा है। आरोपी दुलचासर की रोही में ही रहता है एवं अपनी टोपीदार बंदुक से धमाके कर पशुओं को भगाते हुए फसलों की सुरक्षा करता है। आरोपी रेलवे लाईन के सहारे चलते चलते भोजास की और आया एवं यहां पर मादा हिरण का शिकार कर उसे ले जाने लगा। तभी लोगों ने पकड लिया।


