श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 जून 2023। कृषि प्रधान श्रीडूंगरगढ़ में किसान अपनी सरसों की उपज को सहकारी समिति में समर्थन मूल्य पर बेचान करवाने के लिए बुरी तरह से परेशान है। खराब मौसम की चेतावनी, गाड़ियों का किराया देकर तपती धूप व गर्मी के साथ दिन भर राम और राज से संघर्ष कर रहें है। मंडी के बाहर दूर तक सड़क के किनारे गाड़ियों की लंबी कतारें लगी है। क्षेत्र के किसान सरसों की उपज लेकर मंडी पहुंचे है। सरकारी खरीद पर सरसों नहीं लिए जाने से किसान गत एक माह से परेशान हो रहें है। किसानों ने बताया कि वे टोकन मिलने पर सरसों लेकर आए है और उनकी खरीद नहीं हो रही है जिससे उनके अनेक काम अटके हुए है। मौके पर अनेक किसान अगली फसल के लिए बीज खरीदने के लिए राशि की जरूरत बता रहें है तो अनेक किसान केसीसी भरने के लिए रूपए की जरूरत बता रहें है। गुसाईसर बड़ा से ताराचंद सारस्वत, रीड़ी से रामचंद्र जाखड़ व रामकुमार, तोलियासर के किसनाराम, बाना से सहीराम व महेन्द्र, सेरूणा के मोनूराम सहित बड़ी संख्या में किसान मंडी में एकत्र है और खरीद करने की मांग कर रहें है।
नहीं है बारदाना।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मंडी स्थित सहकारी समिति के व्यवस्थापक राजेश खीचड़ ने बताया कि वे भी किसानों की परेशानी से व्यथित है परंतु राजफैड द्वारा सरसों का बारदाना नहीं दिए जाने की सूरत में वे खरीद कैसे करें.? खीचड़ ने बताया कि सरसों का समर्थन मूल्य 5430/- रूपए है और व्यापारी भाव 4300-4500/- रूपए है इससे किसान अपनी सरसों के समर्थन मूल्य पर ही बेचना चाहते जिससे उन्हें उपज का लाभ मिल सकें। बता देवें श्रीडूंगरगढ़ में 2 लाख बैग की जरूरत है और राजफैड ने इस माह में मात्र 25 हजार बैग दिए है। बारदाना की आपूर्ति नहीं होने से खरीद प्रभावित हो रही है।
टोकन जारी, मात्र 7 हजार बैग दिए, कैसे होगी खरीद.?
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। किसानों के टोकन जारी करने पर वे माल लेकर मंडी पहुंच गए है और खरीद नहीं हो पाने से परेशान है। मंडी में सहकारी समिति के खरीद प्रभारी किशोर शर्मा ने बताया कि बारदाना के लिए अधिकारियों को लगातार सूचित किया जा रहा है। कल मात्र 7 हजार बारदाना दिया गया जिससे खरीद पूरी नहीं हो सकती। अभी मात्र 1000 बैग बचे है और उसके बाद खरीद फिर बंद करनी होगी।
30 जून है अंतिम तिथि, कुछ करो सरकार।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बारदाना आपूर्ति नहीं होने से खरीद नहीं हो पा रही है और 30 जून खरीद की अंतिम तिथि है जिससे किसान ओर परेशान हो उठे है। किसानों ने बताया कि बारदाना नहीं होने से खरीद नहीं हो रही और तब तक 30 जून आ जाएगी तो सरकार को खरीद नहीं करने का बहाना मिल जाएगा। किसानों ने आरोप लगाया कि राजफैड जानबूझ कर बारदाना नहीं दे रही है।